सार्वजनिक उद्यमों के शीर्ष पदों पर महिलाओं की संख्या बहुत कम : संसदीय समिति

punjabkesari.in Wednesday, Mar 24, 2021 - 02:41 PM (IST)

नयी दिल्ली, 24 मार्च (भाषा) सार्वजनिक उद्यमों के शीर्ष प्रबंधकीय पदों पर महिला उम्मीदवारों का प्रतिशत बहुत कम होने की ओर ध्यान दिलाते हुए एक संसदीय समिति ने लोक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) से व्यापक अध्ययन करवाने तथा यह पता लगाने को कहा है कि यह लैंगिक भेद क्या योग्य महिला उम्मीदवारों के कारण है या ‘ग्लास सीलिंग इफेक्ट’ के कारण?
‘ग्लास सीलिंग इफेक्ट’ उस अदृश्य अवरोध को कहा जाता है जिसके कारण महिलाएं एवं अल्पसंख्यक किसी संगठन में उच्च पदों पर नहीं पहुंच पाते हैं।

कार्मिक, जन शिकायत, कानून एवं न्याय मंत्रालय संबंधित स्थायी समिति ने संसद के दोनों सदनों में पिछले दिनों पेश अनुदान की मांगों पर अपनी 106वीं रिपोर्ट में यह अध्ययन करवाने को कहा है। समिति ने इस बात का भी संज्ञान लिया है कि पीईएसबी द्वारा सार्वजनिक उद्यमों के शीर्ष प्रबंधन पदों के लिए महिला उम्मीदवारों की सिफारिश का प्रतिशत बहुत ही कम है।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘समिति पीईएसबी से सिफारिश करती है कि वह व्यापक अध्ययन करवाये और इस बात का पता लगाये कि क्या यह लैंगिक अंतर सक्षम महिला उम्मीदवारों की कमी या ‘ग्लास सीलिंग इफेक्ट’ के प्रभाव के कारण है? समिति की यह सुविचारित राय है कि महिलाओं के लिए एक समान अवसरों वाला कार्य स्थल बनाया चाहिए तथा पीईएसबी को इस संबंध में प्रयास करने चाहिए।’’
रिपोर्ट के अनुसार पीईएसबी ने 2016 में 2.4 प्रतिशत, 2017 में 7.69 प्रतिशत, 2018 में 3.8 प्रतिशत, 2019 में 2.75 प्रतिशत और 2020 में 6.89 प्रतिशत महिला उम्मीदवारों की सिफारिश की।

पीईएसबी के गठन का उद्देश्य केन्द्रीय सार्वजनिक उद्यमों में सशक्त प्रबंधकीय नीति तैयार करना, विशेषकर सरकार को ऐसे उद्यमों के शीर्ष प्रबंधन पदों पर नियुक्ति के बारे में परामर्श देना है।



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PTI News Agency

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