उद्योग मंडलों के बैनर तले डीपीआईआईटी की ई- कामर्स कंपनियों के साथ बैठक पर कैट ने जताया एतराज

punjabkesari.in Sunday, Mar 21, 2021 - 09:04 PM (IST)

नयी दिल्ली, 21 मार्च (भाषा) देश में व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के समक्ष प्रमुख ई- वाणिज्य कंपनियों के प्रतिनिधियों की देश के बड़े वाणिज्य एवं उद्योग मंडलों के बैनर तले बैठक किये जाने पर कड़ा एतराज जताया है।

कैट ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा है कि डीपीआईआईटी के लिये ई- वाणिज्य कंपनियों के अधिकारियों से उनकी खुद की कंपनी के बैनर तले मिलने में कोई बुराई नहीं है लेकिन देश के प्रमुख वाणिज्य एवं उद्योग मंडलों सीआईआई, फिक्की, एसोचैम और पीएचडीसीसीआई के बैनर की आड़ में सरकार का इनसे मुलाकात करना गहरी चिंता की बात है।
कैट ने प्रमुख वाणिज्य एवं उद्योग मंडलों के बैनर तले अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के भारत प्रतिनिधियों की मुलाकात को ‘भेड़ के वेष में भेड़िया’ के समान बताया। कैट का कहना है कि इन विदेशी वित्तपोषित ई- वाणिज्य कंपनियों के मनमाने रवैये को जल्द से जल्द नियंत्रित किया जाना चाहिये। ये कंपनियां न केवल ई- वाणिज्य को बल्कि घरेलू व्यापार पर क्लाउडटेल जैसे संस्थाओं के माध्यम से एकाधिकार जमाने की कोशिश में हैं।

ई- वाणिज्य कंपनियों के मामले में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मुद्दे को लेकर कैट लंबे समय से इन कंपनियों के खिलाफ मोर्चो खोले हुये है। डीपीआईआईटी ने 19 मार्च को देश में ई-वाणिज्य क्षेत्र में एफडीआई के मुद्दे पर इन कंपनियों से अपनी बात रखने को कहा था। प्रमुख ई- वाणिज्य कंपनी अमेजॉन का एक अधिकरी फिक्की के बैनर तले बैठक में पहुंचा। हालांकि, उद्योग मंडल ने बाद में स्पष्ट किया कि प्रतिनिधि ने उसके ई- वाणिज्य सदस्यों के केवल एक हिस्से का ही प्रतिनिधित्व किया है। पीटीआई ने शुक्रवार को इसे रिपोर्ट किया था।
कैट ने सरकार से एफडीआई के संबंध में उसके प्रेस नोट- 2 की सभी खामियों को दूर कर एक नया प्रेस नोट जारी करने की मांग की है। कैट ने कहा है कि वह इसके लिये देशभर में ई-मेल सत्याग्रह करेंगा।
विज्ञप्ति के मुताबिक कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने घोषणा की है कि 25 मार्च को देशभर में 40 हजार से अधिक छोटे और बड़े व्यापार संगठन ‘ई- कामर्स उेमोक्रेसी डे’ के रूप में मनाया जायेगा। इसके बाद 28 मार्च को व्यापारी अमेजॉन और फ्लिपकार्ट का होलिका दहन करेंगे और अपना गुस्सा निकालेंगे।


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PTI News Agency

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