‘आजादी का अमृत महोत्सव’: प्रकाश जावडेकर ने सात स्थानों पर प्रदर्शनियों का किया उद्घाटन

punjabkesari.in Saturday, Mar 13, 2021 - 08:36 PM (IST)

नयी दिल्ली, 13 मार्च (भाषा) केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने ''आजादी का अमृत महोत्सव'' के तहत शनिवार को सात स्थानों पर प्रदर्शनियों का उद्घाटन किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुक्रवार को अहमदाबाद के साबरमती आश्रम में महोत्सव की शुरुआत की गई थी।

जावडेकर ने नयी दिल्ली में राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया जो ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन (बीओसी) द्वारा लगायी गई है।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री जावडेकर ने छह अन्य स्थानों पर भी प्रदर्शनियों का डिजिटल तरीके से उद्घाटन किया। ये प्रदर्शनियां जम्मू कश्मीर के सांबा जिले, बैंगलोर, पुणे, भुवनेश्वर, मणिपुर में मोइरांग जिला और बिहार में पटना में शुरू की गई।
जावडेकर ने ट्वीट किया, ‘‘देश भर में बीओसी, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा स्थापित प्रदर्शनियां लोगों को स्वतंत्रता संग्राम के बारे में अवगत कराएंगी और अगले 25 वर्षों के लिए हमारे मार्ग की परिकल्पना पेश करेंगी। आज इस तरह की 7 प्रदर्शनियों का उद्घाटन किया। मैं लोगों को इन स्थानों पर जाने और इतिहास से अवगत होने के लिए आमंत्रित करता हूं।’’
मंत्री ने इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह देश के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है कि यह प्रतिबिंबित करे कि ‘‘हम आजादी के बाद कहां तक आये हैं और अगले 25 वर्षों में क्या हासिल करना चाहते हैं, इसकी कल्पना करें।’’
जावडेकर ने कहा कि देश को आजादी एक बड़ी कीमत चुका कर मिली है और यह प्रदर्शनियों का उद्देश्य उन बलिदानों के पीछे की कहानी बयां करना है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अमित खरे ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय समिति ने प्रत्येक मंत्रालय को स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाले लोगों के प्रयासों पर लोगों को शिक्षित करने की दिशा में काम करने का काम सौंपा है।

सचिव ने कहा कि इन प्रदर्शनियों का एक डिजिटल संस्करण तैयार हो रहा है और इसके 15 अगस्त से पहले सामने आने की उम्मीद है।

मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि सांबा, जम्मू में प्रदर्शनी ब्रिगेडियर राजेन्द्र सिंह पुरा बागूना में आयोजित की जा रही है, जो कि ब्रिगेडियर राजेन्द्र सिंह की जन्मस्थली है, जिन्हें ''कश्मीर को बचाने वाले'' के तौर पर भी जाना जाता है। उन्होंने अक्टूबर 1947 में पाकिस्तान समर्थित कबायलियों के हमले का मुकाबला किया था और संघर्ष में अपना जीवन का बलिदान किया था।
रीजनल आउटरीच ब्यूरो ने केन्द्रीय सदन, बेंगलुरु में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया है। इसमें राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानियों के साथ स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान पर प्रकाश डाला गया है।

पुणे में प्रदर्शनी का आयोजन आगा खान पैलेस में किया गया है, यह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से बहुत निकट से जुड़ा हुआ है क्योंकि यहां पर महात्मा गांधी, उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी, उनके सचिव महादेव देसाई और सरोजिनी नायडू को बंद किया गया था।
भुवनेश्वर में रीजनल आउटरीच ब्यूरो ने खोरदा जिले में 12 से 16 मार्च तक एक प्रदर्शनी का आयोजन किया है जो ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि वहां कई स्वतंत्रता सेनानियों का जन्म हुआ था।

बयान में कहा गया है कि मणिपुर में मोइरांग में आज़ादी के अमृत महोत्सव के तौर पर फोटो प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। जिसका भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक अद्वितीय स्थान रखता है। बयान में कहा गया है कि वह मोइरांग था जहां आजाद हिंद फौज का झंडा पहली बार 14 अप्रैल, 1944 को फहराया गया था।

पटना में प्रदर्शनी का आयोजन अनुग्रह नारायण कॉलेज में किया गया है, जिसका नाम अनुग्रह नारायण सिंह के नाम पर रखा गया है जो एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे और उन्होंने महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

इन प्रदर्शनियों में महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरोजिनी नायडू, चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, बाल गंगाधर तिलक, बिपिन चंद्र पाल, लाला लाजपत राय और शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, राम प्रसाद बिस्मिल जैसे क्रांतिकारियों के बलिदान और संघर्ष को दिखाया गया है।
मंत्रालय ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस 2022 से 75 सप्ताह पहले शुरू हुआ यह महोत्सव स्वतंत्रता दिवस 2023 तक जारी रहेगा।



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