उप्र में ''''''''बेटी बचाओ” और “मिशन शक्ति” सिर्फ खोखले नारे : प्रियंका
punjabkesari.in Wednesday, Jan 13, 2021 - 11:02 AM (IST)
नयी दिल्ली, 13 जनवरी (भाषा) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने उत्तर प्रदेश में अपराध की कुछ हालिया घटनाओं को लेकर बुधवार को राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस सरकार के लिए ''''बेटी बचाओ” और “मिशन शक्ति” जैसे कदम सिर्फ खोखले नारे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि महिला विरोधी अपराधों को रोकने के लिए राज्य सरकार को महिलाओं के प्रति अपना व्यवहार बदलना पड़ेगा और संवेदनशीलता दिखानी होगी ।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने कुछ खबरों का हवाला देते हुए फेसबुक पोस्ट में कहा, " मुख्यमंत्री जी के गृहक्षेत्र (गोरखपुर) से आई खबर पढ़कर आपको अंदाजा लगेगा कि जिस सिस्टम ने अभी कुछ दिनों ही पहले महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चलाए गए "मिशन शक्ति" के नाम पर झूठे प्रचार में करोड़ों रुपए बहा दिए, वो सिस्टम जमीनी स्तर पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर किस कदर उपेक्षित रवैया अपनाए हुए है।"
उन्होंने दावा किया, "उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हर दिन अपराध के औसतन 165 मामले आते हैं। पिछले दिनों ऐसे सैंकड़ों मामले सामने आए जिनमें या तो प्रशासन ने पीड़ित पक्ष की बात नहीं सुनी या फरियादी महिला से ही बदतमीजी कर दी।" प्रियंका के मुताबिक, महिला सुरक्षा को लेकर हाथरस, उन्नाव एवं बदायूं जैसी घटनाओं में यूपी सरकार के व्यवहार को पूरे देश ने देखा। महिला सुरक्षा की बुनियादी समझ है कि महिला की आवाज सर्वप्रथम है। मगर उप्र सरकार ने बार-बार ठीक इसके उलट काम किया।
उन्होंने आरोप लगाया, " यह स्पष्ट है कि सरकार के लिए “बेटी बचाओ” और “मिशन शक्ति” सिर्फ खोखले नारे हैं।" उन्होंने यह भी कहा, "महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करने की प्राथमिक शर्त है - महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को सामने लाना। और इसके लिए महिलाओं की आवाज को आदर से सुनना होगा।"
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि महिला विरोधी अपराधों को रोकने के लिए राज्य सरकार को महिलाओं के प्रति अपना व्यवहार बदलना पड़ेगा और संवेदनशीलता दिखानी होगी ।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने कुछ खबरों का हवाला देते हुए फेसबुक पोस्ट में कहा, " मुख्यमंत्री जी के गृहक्षेत्र (गोरखपुर) से आई खबर पढ़कर आपको अंदाजा लगेगा कि जिस सिस्टम ने अभी कुछ दिनों ही पहले महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चलाए गए "मिशन शक्ति" के नाम पर झूठे प्रचार में करोड़ों रुपए बहा दिए, वो सिस्टम जमीनी स्तर पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर किस कदर उपेक्षित रवैया अपनाए हुए है।"
उन्होंने दावा किया, "उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हर दिन अपराध के औसतन 165 मामले आते हैं। पिछले दिनों ऐसे सैंकड़ों मामले सामने आए जिनमें या तो प्रशासन ने पीड़ित पक्ष की बात नहीं सुनी या फरियादी महिला से ही बदतमीजी कर दी।" प्रियंका के मुताबिक, महिला सुरक्षा को लेकर हाथरस, उन्नाव एवं बदायूं जैसी घटनाओं में यूपी सरकार के व्यवहार को पूरे देश ने देखा। महिला सुरक्षा की बुनियादी समझ है कि महिला की आवाज सर्वप्रथम है। मगर उप्र सरकार ने बार-बार ठीक इसके उलट काम किया।
उन्होंने आरोप लगाया, " यह स्पष्ट है कि सरकार के लिए “बेटी बचाओ” और “मिशन शक्ति” सिर्फ खोखले नारे हैं।" उन्होंने यह भी कहा, "महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करने की प्राथमिक शर्त है - महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को सामने लाना। और इसके लिए महिलाओं की आवाज को आदर से सुनना होगा।"
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