भारत-अरब सहयोग मंच की बैठक में सहयोग एवं समन्वय तंत्र को मजबूत बनाने पर जोर
punjabkesari.in Tuesday, Jan 12, 2021 - 10:39 PM (IST)
नयी दिल्ली, 12 जनवरी (भाषा) भारत-अरब सहयोग मंच के वरिष्ठ अधिकारियों की मंगलवार को बैठक हुई जिसमें दोनों पक्षों ने आपसी हितों से जुड़े क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय विषयों पर चर्चा की और आपसी सहयोग एवं समन्वय तंत्र को और मजबूत बनाने के महत्व को रेखांकित किया ।
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘‘ तृतीय भारत-अरब फोरम के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में आपसी सहयोग एवं समन्वय तंत्र को इस प्रकार मजबूत बनाने की जरूरत बतायी गई जो आपसी हितों का पोषण करने के साथ क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बनाने में सहायक हो।’’ दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय मुद्दों और पश्चिम एशिया संकट के प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय वैध प्रस्ताव के तहत राजनीतिक समाधान की जरूरत पर बल दिया । इसमें खास तौर पर फलस्तीन मुद्दा, सीरिया, लीबिया और यमन संकट के विषय शामिल हैं ।
बयान में कहा गया है, ‘‘ दोनों पक्षों ने आतंकवाद से मुकाबला करने में सहयोग और अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांत के अनुरूप नौवहन स्वतंत्रता सुनिश्चित करने पर जोर दिया । ’’ मंत्रालय ने कहा कि अरब भारत मंच के वरिष्ठ अधिकारियों की 12 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक हुई । इस बैठक की सह अध्यक्षता मंत्रालय में सचिव संजय भट्टाचार्य और लीग आफ अरब स्टेट्स में मिस्र के स्थायी प्रतिनिध एवं सहायक विदेश मंत्री मोहम्मद अल खेयर ने की और अरब देशों एवं भारत के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया ।
बैठक में दोनों पक्षों ने कोविड-19 महामारी के फैलने के कारण उत्पन्न अभूतपूर्व स्थितियों और इसके कारण दुनिया के सामने उत्पन्न चुनौतियों का उल्लेख करते हुए महामारी से निपटने में अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय सहयोग मजबूत बनाने की जरूरत बतायी ।
मंत्रालय के अनुसार, इस परिदृश्य में दोनों पक्षों ने उपचार एवं चिकित्सा के क्षेत्र में भारत और अरब देशों के बीच जारी सहयोग पर चर्चा की और कोविड बाद के आर्थिक सुधार के राष्ट्रीय पहल को लेकर विचारों का आदान प्रदान किया ।
अरब पक्ष ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में दो वर्षो के लिये निर्वाचन पर भारत को बधाई दी ।
अधिकारियों ने अरब-भारत सहयोग मंच के ढांचे के तहत अर्थव्यवस्था, कारोबार एवं निवेश, ऊर्जा एवं पर्यावरण, कृषि एवं खाद्य सुरक्षा, पर्यटन एवं संस्कृति, मानव संसाधन विकास, शिक्षा एवं स्वास्थ्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, मीडिया जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के रास्तों पर चर्चा की ।
दोनों पक्षों ने तृतीय अरब भारत सांस्कृतिक महोत्सव सहित फोरम से जुड़ी संयुक्त गतिविधियों, ऊर्जा के क्षेत्र में अरब भारत सहयोग संगोष्ठी, अरब भारत विश्वविद्यालय अध्यक्षों के प्रथम सम्मेलन के जल्द निर्धारण को लेकर सहमति व्यक्त की ।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘‘ तृतीय भारत-अरब फोरम के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में आपसी सहयोग एवं समन्वय तंत्र को इस प्रकार मजबूत बनाने की जरूरत बतायी गई जो आपसी हितों का पोषण करने के साथ क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बनाने में सहायक हो।’’ दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय मुद्दों और पश्चिम एशिया संकट के प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय वैध प्रस्ताव के तहत राजनीतिक समाधान की जरूरत पर बल दिया । इसमें खास तौर पर फलस्तीन मुद्दा, सीरिया, लीबिया और यमन संकट के विषय शामिल हैं ।
बयान में कहा गया है, ‘‘ दोनों पक्षों ने आतंकवाद से मुकाबला करने में सहयोग और अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांत के अनुरूप नौवहन स्वतंत्रता सुनिश्चित करने पर जोर दिया । ’’ मंत्रालय ने कहा कि अरब भारत मंच के वरिष्ठ अधिकारियों की 12 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक हुई । इस बैठक की सह अध्यक्षता मंत्रालय में सचिव संजय भट्टाचार्य और लीग आफ अरब स्टेट्स में मिस्र के स्थायी प्रतिनिध एवं सहायक विदेश मंत्री मोहम्मद अल खेयर ने की और अरब देशों एवं भारत के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया ।
बैठक में दोनों पक्षों ने कोविड-19 महामारी के फैलने के कारण उत्पन्न अभूतपूर्व स्थितियों और इसके कारण दुनिया के सामने उत्पन्न चुनौतियों का उल्लेख करते हुए महामारी से निपटने में अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय सहयोग मजबूत बनाने की जरूरत बतायी ।
मंत्रालय के अनुसार, इस परिदृश्य में दोनों पक्षों ने उपचार एवं चिकित्सा के क्षेत्र में भारत और अरब देशों के बीच जारी सहयोग पर चर्चा की और कोविड बाद के आर्थिक सुधार के राष्ट्रीय पहल को लेकर विचारों का आदान प्रदान किया ।
अरब पक्ष ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में दो वर्षो के लिये निर्वाचन पर भारत को बधाई दी ।
अधिकारियों ने अरब-भारत सहयोग मंच के ढांचे के तहत अर्थव्यवस्था, कारोबार एवं निवेश, ऊर्जा एवं पर्यावरण, कृषि एवं खाद्य सुरक्षा, पर्यटन एवं संस्कृति, मानव संसाधन विकास, शिक्षा एवं स्वास्थ्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, मीडिया जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के रास्तों पर चर्चा की ।
दोनों पक्षों ने तृतीय अरब भारत सांस्कृतिक महोत्सव सहित फोरम से जुड़ी संयुक्त गतिविधियों, ऊर्जा के क्षेत्र में अरब भारत सहयोग संगोष्ठी, अरब भारत विश्वविद्यालय अध्यक्षों के प्रथम सम्मेलन के जल्द निर्धारण को लेकर सहमति व्यक्त की ।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।