विज्ञान नीति निर्माताओं ने विज्ञान के प्रति युवाओं को आकर्षित करने के महत्त्व पर जोर दिया
punjabkesari.in Thursday, Dec 24, 2020 - 10:33 PM (IST)
नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (भाषा) विज्ञान नीति निर्माताओं ने विज्ञान के प्रति युवाओं को आकर्षित करने और वैज्ञानिक समझ विकसित करने के लिए कम उम्र से ही उनमें अभिनव भावना पैदा करने के महत्त्व को रेखांकित किया है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने गुरुवार को यह बात कही।
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के महानिदेशक शेखर मांडे ने कहा, ‘‘देश की प्रगति के लिए भारत की प्रतिभा के सर्वोत्तम उपयोग के लिए कम उम्र से युवाओं को विज्ञान के प्रति आकर्षित करना सबसे बड़ी चुनौती है।’’ वह विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार की भूमिका तथा इन्हें आगे बढ़ने के तरीके पर चर्चा के लिए डीडी न्यूज के कार्यक्रम में शामिल हुए।
भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ 2020) के छठे संस्करण के उद्घाटन के अवसर पर देश की प्रगति और विकास के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन के बाद चर्चा आयोजित की गई।
चार दिवसीय आईआईएसएफ 22 दिसंबर को शुरू हुआ और यह अभी चल रहा है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के सलाहकार अखिलेश गुप्ता ने कहा कि जल्द नवाचार शुरू करने से वैज्ञानिक स्वभाव और गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान विकसित करने में मदद मिलेगी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने गुरुवार को यह बात कही।
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के महानिदेशक शेखर मांडे ने कहा, ‘‘देश की प्रगति के लिए भारत की प्रतिभा के सर्वोत्तम उपयोग के लिए कम उम्र से युवाओं को विज्ञान के प्रति आकर्षित करना सबसे बड़ी चुनौती है।’’ वह विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार की भूमिका तथा इन्हें आगे बढ़ने के तरीके पर चर्चा के लिए डीडी न्यूज के कार्यक्रम में शामिल हुए।
भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ 2020) के छठे संस्करण के उद्घाटन के अवसर पर देश की प्रगति और विकास के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन के बाद चर्चा आयोजित की गई।
चार दिवसीय आईआईएसएफ 22 दिसंबर को शुरू हुआ और यह अभी चल रहा है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के सलाहकार अखिलेश गुप्ता ने कहा कि जल्द नवाचार शुरू करने से वैज्ञानिक स्वभाव और गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान विकसित करने में मदद मिलेगी।
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