एडनॉक को पेट्रोरसायन विस्तार योजना के लिये भारतीय भागीदार की तलाश
punjabkesari.in Tuesday, Oct 27, 2020 - 07:34 PM (IST)
नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर (भाषा) संयुक्त अरब अीमरात की सबसे बड़ी ऊर्जा उत्पादक कंपनी अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडनॉक) प्रसंस्करण और विपणन क्षेत्र में अपनी महत्वकांक्षी 45 अरब डॉलर की पेट्रोरसायन विस्तार योजना में भागीदारी के लिये भारतीय कंपनियों की तलाश में है।
एडनॉक ने एक बयान में कहा कि कंपनी के सीईओ सुलतान अहमद अल जाबेर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वैश्विक ऊर्जा कंपनियों के सीईओ के साथ विचार-विमर्श के दौरान यूएई (संयुक्त अरब अमीरात)-भारत ऊर्जा रिश्तों को प्रागाढ़ बनाने को लेकर अवसर तलाशने का जिक्र किया।
बैठक के दैरान अल जाबेर ने कहा कि भारत हमेशा यूएई का करीबी मित्र और महत्वपूर्ण व्यापार भागीदार रहा है और रहेगा।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंध खासकर ऊर्जा क्षेत्र में हाल के वर्षों में मजबूत हुए हैं।
अल जाबेर ने कहा कि भारतीय कंपनियां यूएई के तेलफील्ड में काम कर रही हैं। उन्होंने ओएनजीसी विदेश लि. और उसके भागीदारों के 2018 में बड़े अपतटीय तेल क्षेत्र में 60 करोड़ डॉलर में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण का जिक्र किया।
यह पहली बार था कि कोई भारतीय कंपनी तेल सांसाधन से भरपूर अमीरात क्षेत्र में कदम रखी थी।
अल जाबेर ने कहा, ‘‘...दोनों देशों के बीच भागीदारी बढ़ाने को लेकर कई नये अवसर हैं। खासकर तेल शोधन और विपणन समेत पूरे पेट्रोलियम शोधन एवं विपणन क्षेत्र में ये अवसर मौजूद हैं। आपको पता है, हमने अबू धाबी में अपने रसायन, पेट्रोरसायन, डेरिवेटिव्ज और औद्योगिक आधार बढ़ाने को लेकर महत्वकांक्षी योजना शुरू की है और भारतीय कंपनियों के साथ हाइड्रोकार्बन के विभिन्न क्षेत्रों में भागीदारी की संभावना टटोलने को लेकर मेरा नजरिया बिल्कुल सकारात्मक है।’’
एडनॉक ने 2018 में स्थानीय तौर पर शोधन और विपणन गतिविधियों को विकसित करने को लेकर 45 अरब डॉलर की निवेश योजना की घोषणा की थी।
अल जाबेर ने कहा, ‘‘एक आर्थिक शक्ति के रूप में भारत की वृद्धि शानदार है और वह दुनिया के बड़े ऊर्जा उपभोक्ताओं में से एक है... वास्तव में एडनॉक के लिये वह दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। हमे भरोसा है कि भारत में बड़े पैमाने पर विकास के साथ, हमारा संबंध और सुदृढ़ होगा।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
एडनॉक ने एक बयान में कहा कि कंपनी के सीईओ सुलतान अहमद अल जाबेर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वैश्विक ऊर्जा कंपनियों के सीईओ के साथ विचार-विमर्श के दौरान यूएई (संयुक्त अरब अमीरात)-भारत ऊर्जा रिश्तों को प्रागाढ़ बनाने को लेकर अवसर तलाशने का जिक्र किया।
बैठक के दैरान अल जाबेर ने कहा कि भारत हमेशा यूएई का करीबी मित्र और महत्वपूर्ण व्यापार भागीदार रहा है और रहेगा।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंध खासकर ऊर्जा क्षेत्र में हाल के वर्षों में मजबूत हुए हैं।
अल जाबेर ने कहा कि भारतीय कंपनियां यूएई के तेलफील्ड में काम कर रही हैं। उन्होंने ओएनजीसी विदेश लि. और उसके भागीदारों के 2018 में बड़े अपतटीय तेल क्षेत्र में 60 करोड़ डॉलर में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण का जिक्र किया।
यह पहली बार था कि कोई भारतीय कंपनी तेल सांसाधन से भरपूर अमीरात क्षेत्र में कदम रखी थी।
अल जाबेर ने कहा, ‘‘...दोनों देशों के बीच भागीदारी बढ़ाने को लेकर कई नये अवसर हैं। खासकर तेल शोधन और विपणन समेत पूरे पेट्रोलियम शोधन एवं विपणन क्षेत्र में ये अवसर मौजूद हैं। आपको पता है, हमने अबू धाबी में अपने रसायन, पेट्रोरसायन, डेरिवेटिव्ज और औद्योगिक आधार बढ़ाने को लेकर महत्वकांक्षी योजना शुरू की है और भारतीय कंपनियों के साथ हाइड्रोकार्बन के विभिन्न क्षेत्रों में भागीदारी की संभावना टटोलने को लेकर मेरा नजरिया बिल्कुल सकारात्मक है।’’
एडनॉक ने 2018 में स्थानीय तौर पर शोधन और विपणन गतिविधियों को विकसित करने को लेकर 45 अरब डॉलर की निवेश योजना की घोषणा की थी।
अल जाबेर ने कहा, ‘‘एक आर्थिक शक्ति के रूप में भारत की वृद्धि शानदार है और वह दुनिया के बड़े ऊर्जा उपभोक्ताओं में से एक है... वास्तव में एडनॉक के लिये वह दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। हमे भरोसा है कि भारत में बड़े पैमाने पर विकास के साथ, हमारा संबंध और सुदृढ़ होगा।’’
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