मोदी ने उद्धव ठाकरे, येदियुरप्पा से की बात, हरसंभव मदद का आश्वासन दिया
punjabkesari.in Friday, Oct 16, 2020 - 10:32 PM (IST)
नयी दिल्ली, 16 अक्टूबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारी बारिश से प्रभावित महाराष्ट्र और कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों से बात कर उन्हें राहत व बचाव कार्य में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
ज्ञात हो कि बारिश से जुड़ी घटनाओं में महाराष्ट्र में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कर्नाटक के अनेक हिस्सों में लगातार बारिश और प्रमुख बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ से हालात गंभीर हो गए हैं।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात कर बाढ़ और भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की। प्रभावित भाई बहनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। वहां जारी राहत व बचाव कार्य में केंद्र की हरसंभव मदद का भरोसा दिया।’’
एक अन्य ट्वीट में मोदी ने बताया, ‘‘कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में बारिश और बाढ़ से उत्पन्न स्थिति पर मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा से चर्चा की। बाढ़ से प्रभावित कर्नाटक के भाई-बहनों के साथ हम खड़े हैं। राहत व बचाव कार्य में केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिया।’’
पश्चिमी महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी बारिश और उसके बाद आई बाढ़ में 2,300 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए और बड़े पैमाने पर फसल बर्बाद हो गई। इन जिलों में 21,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
महाराष्ट्र में बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक कुल 28 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 14 लोगों की मौत सोलापुर में, नौ सांगली में, चार पुणे में और एक सतारा में हुई है।
उत्तर कर्नाटक सबसे बुरी तरह प्रभावित रहा जहां पिछले तीन महीने में तीसरी बार बाढ़ आई है। इस क्षेत्र के बेलगावी, कलबुर्गी, रायचुर, यादगिर, कोप्पल, गोदाग, धारवाड़, बागलकोट, विजयपुरा और हावेरी सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए।
मोदी ने बुधवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी से भी बात की थी और दोनों राज्यों में लगातार बारिश से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने दोनों मुख्यमंत्रियों को हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया। दोनों राज्य बाढ़ और अत्यधिक बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
ज्ञात हो कि बारिश से जुड़ी घटनाओं में महाराष्ट्र में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कर्नाटक के अनेक हिस्सों में लगातार बारिश और प्रमुख बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ से हालात गंभीर हो गए हैं।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात कर बाढ़ और भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की। प्रभावित भाई बहनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। वहां जारी राहत व बचाव कार्य में केंद्र की हरसंभव मदद का भरोसा दिया।’’
एक अन्य ट्वीट में मोदी ने बताया, ‘‘कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में बारिश और बाढ़ से उत्पन्न स्थिति पर मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा से चर्चा की। बाढ़ से प्रभावित कर्नाटक के भाई-बहनों के साथ हम खड़े हैं। राहत व बचाव कार्य में केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिया।’’
पश्चिमी महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी बारिश और उसके बाद आई बाढ़ में 2,300 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए और बड़े पैमाने पर फसल बर्बाद हो गई। इन जिलों में 21,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
महाराष्ट्र में बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक कुल 28 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 14 लोगों की मौत सोलापुर में, नौ सांगली में, चार पुणे में और एक सतारा में हुई है।
उत्तर कर्नाटक सबसे बुरी तरह प्रभावित रहा जहां पिछले तीन महीने में तीसरी बार बाढ़ आई है। इस क्षेत्र के बेलगावी, कलबुर्गी, रायचुर, यादगिर, कोप्पल, गोदाग, धारवाड़, बागलकोट, विजयपुरा और हावेरी सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए।
मोदी ने बुधवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी से भी बात की थी और दोनों राज्यों में लगातार बारिश से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने दोनों मुख्यमंत्रियों को हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया। दोनों राज्य बाढ़ और अत्यधिक बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
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