देश में विभिन्न राज्यों में कोविड-19 मृत्यु दर अलग होने के पीछे जीन म्यूटेशन जिम्मेदार:अध्ययन

punjabkesari.in Thursday, Oct 01, 2020 - 08:21 PM (IST)

नयी दिल्ली,एक अक्टूबर (भाषा) भारत में लोगों में आनुवांशिक उत्परिवर्तन (जीन म्यूटेशन) में भिन्नता, देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण होने वाली मृत्यु दर में भिन्नता का एक मुख्य कारण हो सकता है।

एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है और इससे कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए बनने वाली नयी नीतियों में मदद मिल सकती है।

उत्तर प्रदेश के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के शोधकर्ताओं की अगुवाई वाले एक अंतरराष्ट्रीय दल ने ‘एंजिओटेनसिन कन्वर्टिंग एंजाइम 2(एसीई2) की उत्पत्ति के लिए जिम्मेदार जीन में उत्परिवर्तन का अध्ययन किया। यह कोशिकाओं की सतह पर मौजूद एक प्रोटीन है, जिसे कोरोना वायरस संक्रमण के किसी इंसान में जाने का मुख्य स्रोत माना जाता है।
जर्नल ‘फ्रंटियर्स इन जेनेटिक्स’ में शोधकर्ताओं ने भारत के विभिन्न राज्यों में इस उत्परिवर्तन की आवृत्ति का अध्ययन किया। इसे आरएस 2285666 हाप्लोटाइप कहा गया।
बीएचयू में जंतु विज्ञान विभाग में प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने कहा कि जो विविधताएं पहचान में आईं हैं, वे कोरोना वायरस के खिलाफ किसी व्यक्ति की संवेदनशीलता को कम करती हैं।
अध्ययन का नेतृत्व करने वाले चौबे ने पीटीआई-भाषा से कहा,‘‘अगर किसी क्षेत्र में इस हाप्लोटाइप वाले अधिक लोग रहते हैं, तो इस वायरस के उन्हें संक्रमित करने की क्षमता कम होगी।’’


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PTI News Agency

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