सीवर की गंदगी में डिटर्जेंट यमुना में जहरीले झाग के लिए जिम्मेदार : डीपीसीसी ने एनजीटी को बताया

punjabkesari.in Wednesday, Aug 05, 2020 - 01:10 PM (IST)

नयी दिल्ली, पांच अगस्त (भाषा) दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने यमुना में प्रदूषण की निगरानी के लिए एनजीटी द्वारा नियुक्त समिति को बताया कि जुलाई में नदी में देखे गए जहरीले झाग के लिए डिटर्जेंट युक्त सीवर की गंदगी जिम्मेदार है।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण के सेवानिवृत्त विशेषज्ञ सदस्य बी एस सजवान और दिल्ली की पूर्व मुख्य सचिव शैलजा चंद्रा वाली दो सदस्यीय यमुना निगरानी समिति ने पिछले महीने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, डीपीसीसी और उद्योग आयुक्त से नदी में झाग के स्रोत का पता लगाने के लिए उचित कदम उठाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा था।

डीपीसीसी ने यमुना निगरानी समिति से कहा, ‘‘धोबी घाट, फॉस्फेट डिटर्जेंट युक्त सीवर के गंदे पानी, उद्योगों का कचरा और बराज के समीप पानी के वेग को नदी में झाग बनने के लिए जिम्मेदार पाया गया है।’’
समिति ने डीपीसीसी को एक हफ्ते के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने के लिए कहा है।

साथ ही उसने डीपीसीसी से दोषी उद्योगों, नालों की सफाई के लिए जिम्मेदार एजेंसियों और प्रदूषण फैला रहे व्यक्तियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने के साथ एक विस्तृत अनुपालन रिपोर्ट 10 अगस्त तक देने के लिए कहा है।



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PTI News Agency

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