लॉकडाउन के दौरान, उसके पहले और बाद में प्रदूषण के स्तर पर अध्ययन करे डीपीसीसी: गोपाल राय
punjabkesari.in Friday, Jun 05, 2020 - 07:23 PM (IST)
नयी दिल्ली, पांच जून (भाषा) दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) को निर्देश दिया कि वह लॉकडाउन से पहले, लॉकडाउन के दौरान और उसके बाद जल और वायु प्रदूषण का विस्तृत अध्ययन करे।
प्रदूषण नियंत्रण संस्था को इस बाबत 15 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
मंत्री ने पीटीआई-भाषा से कहा कि अध्ययन का उपयोग प्रदूषण नियंत्रण करने की योजना बनाने में किया जाएगा।
राय ने कहा, “डीपीसीसी को जल और वायु प्रदूषण पर इन तीन चरणों की रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है- लॉकडाउन से पहले, लॉकडाउन के दौरान और उसके बाद। रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण कम करने के वास्ते कदम उठाए जाएंगे।”
लॉकडाउन के पहले चरण के दौरान डीपीसीसी द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार यमुना में प्रदूषण का स्तर 30 प्रतिशत तक कम हो गया था और नालों में बहते पानी की गुणवत्ता में 80 प्रतिशत तक सुधार हुआ।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
प्रदूषण नियंत्रण संस्था को इस बाबत 15 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
मंत्री ने पीटीआई-भाषा से कहा कि अध्ययन का उपयोग प्रदूषण नियंत्रण करने की योजना बनाने में किया जाएगा।
राय ने कहा, “डीपीसीसी को जल और वायु प्रदूषण पर इन तीन चरणों की रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है- लॉकडाउन से पहले, लॉकडाउन के दौरान और उसके बाद। रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण कम करने के वास्ते कदम उठाए जाएंगे।”
लॉकडाउन के पहले चरण के दौरान डीपीसीसी द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार यमुना में प्रदूषण का स्तर 30 प्रतिशत तक कम हो गया था और नालों में बहते पानी की गुणवत्ता में 80 प्रतिशत तक सुधार हुआ।
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