और चिकित्सा संस्थानों में भी शुरू हो प्लाज्मा थैरेपी से इलाज : गहलोत
punjabkesari.in Saturday, Jul 11, 2020 - 11:02 PM (IST)
जयपुर, 11 जुलाई (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्लाज्मा थैरेपी से कोरोना संक्रमित रोगियों के सफल इलाज के लिए प्लाज्मा बैंक सहित विभिन्न सुविधाओं का विस्तार करने और इसके लिए आईसीएमआर से आवश्यक अनुमति लेने एवं अन्य प्रक्रियाएं जल्द पूरी करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने शनिवार को अधिकारियों से कहा कि सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में इस थैरेपी से 37 रोगियों के उपचार के बेहतर परिणाम सामने आने के बाद अब राज्य के अन्य चिकित्सा संस्थानों में यह थैरेपी शुरू की जाए।
गहलोत मुख्यमंत्री निवास पर राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के साथ-साथ इससे होने वाली जनहानि को न्यूनतम रखना है। उन्होंने इसके लिए अधिकारियों को जांच की संख्या बढ़ाने तथा बिना लक्षण वाले संदिग्ध रोगियों पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अखिल अरोड़ा ने बताया कि एसएमएस अस्पताल में प्लाज्मा थैरेपी से उपचार की शुरूआती सफलता के बाद अब राज्य के 24 चिकित्सा संस्थानों में प्लाज्मा बैंक शुरू किए जा सकते हैं। इसके लिए आईसीएमआर के साथ समन्वय स्थापित कर जल्द ही आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी।
बैठक में बताया गया कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य योजनाओं के प्रति जागरूकता लाने तथा स्वास्थ्य सेवाओं के इस्तेमाल में सहयोग के लिए लगभग 80 हजार स्वास्थ्य मित्र बनाए गए हैं। इन स्वास्थ्य मित्रों को ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उन्होंने शनिवार को अधिकारियों से कहा कि सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में इस थैरेपी से 37 रोगियों के उपचार के बेहतर परिणाम सामने आने के बाद अब राज्य के अन्य चिकित्सा संस्थानों में यह थैरेपी शुरू की जाए।
गहलोत मुख्यमंत्री निवास पर राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के साथ-साथ इससे होने वाली जनहानि को न्यूनतम रखना है। उन्होंने इसके लिए अधिकारियों को जांच की संख्या बढ़ाने तथा बिना लक्षण वाले संदिग्ध रोगियों पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अखिल अरोड़ा ने बताया कि एसएमएस अस्पताल में प्लाज्मा थैरेपी से उपचार की शुरूआती सफलता के बाद अब राज्य के 24 चिकित्सा संस्थानों में प्लाज्मा बैंक शुरू किए जा सकते हैं। इसके लिए आईसीएमआर के साथ समन्वय स्थापित कर जल्द ही आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी।
बैठक में बताया गया कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य योजनाओं के प्रति जागरूकता लाने तथा स्वास्थ्य सेवाओं के इस्तेमाल में सहयोग के लिए लगभग 80 हजार स्वास्थ्य मित्र बनाए गए हैं। इन स्वास्थ्य मित्रों को ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।
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