राजस्थान पुलिस ने दिल्ली में अपनी गुप्तचर इकाई गठित करने की मांग की
punjabkesari.in Wednesday, Jul 01, 2020 - 08:09 PM (IST)
जयपुर, एक जुलाई (भाषा) राजस्थान पुलिस की राज्य विशेष शाखा ने नयी दिल्ली में गुप्तचर प्रकोष्ठ गठित करने की मांग उठाई है ताकि नयी दिल्ली जाने वाले राज्य के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के बारे में गोपनीय सूचनाएं जुटाई जा सकें।
अतिरिक्त महानिदेशक (गुप्तचर) ने इस बारे में अतिरिक्त महानिदेशक (पुनर्गठन) को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि नयी दिल्ली में राज्यपाल व मुख्यमंत्री सुरक्षा के लिए तो एक इकाई है लेकिन गोपनीय सूचनाएं जुटाने के लिए कोई इकाई नहीं है।
पत्र में कहा गया है, ‘‘राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात तथा निर्वाचित राजनीतिक प्रतिनिधियों के लगातार दिल्ली आने जाने को देखते हुए उनकी गतिविधियों से जुड़ी जानकारी जुटाने में दिक्कत होती हैं। इन हालात में सुरक्षा व गोपनीय सूचनाएं जुटाने के लिए दिल्ली में एक इकाई गठित करने की जरूरत है।’’
आला अधिकारियों ने हालांकि मामले पर टिप्पणी से इनकार किया है। वहीं एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इस तरह के प्रस्ताव पहले भी सरकार को भेजे गए हैं।
वहीं मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इस मामले को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछा है कि उन्हें क्या डर सता रहा है।
पूनियां ने ट्वीट किया है, ‘‘अशोक गहलोत जी हमसे प्रमाण मांगते हो, क्या भय है आपको? क्या डर है कि अब दिल्ली गए नेताओं पर गुप्तचर नज़र रखेंगे।’’
उन्होंने लिखा है, ‘‘22 अप्रैल 2020 को ए.डी.जी.ने पत्र के माध्यम से गुप्तचर शाखा की नई विंग के गठन की मांग की है। लोकतंत्र की बात करते करते सरकार जनप्रतिनिधियों पर पहरे क्यूँ बैठा रही है?’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अतिरिक्त महानिदेशक (गुप्तचर) ने इस बारे में अतिरिक्त महानिदेशक (पुनर्गठन) को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि नयी दिल्ली में राज्यपाल व मुख्यमंत्री सुरक्षा के लिए तो एक इकाई है लेकिन गोपनीय सूचनाएं जुटाने के लिए कोई इकाई नहीं है।
पत्र में कहा गया है, ‘‘राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात तथा निर्वाचित राजनीतिक प्रतिनिधियों के लगातार दिल्ली आने जाने को देखते हुए उनकी गतिविधियों से जुड़ी जानकारी जुटाने में दिक्कत होती हैं। इन हालात में सुरक्षा व गोपनीय सूचनाएं जुटाने के लिए दिल्ली में एक इकाई गठित करने की जरूरत है।’’
आला अधिकारियों ने हालांकि मामले पर टिप्पणी से इनकार किया है। वहीं एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इस तरह के प्रस्ताव पहले भी सरकार को भेजे गए हैं।
वहीं मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इस मामले को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछा है कि उन्हें क्या डर सता रहा है।
पूनियां ने ट्वीट किया है, ‘‘अशोक गहलोत जी हमसे प्रमाण मांगते हो, क्या भय है आपको? क्या डर है कि अब दिल्ली गए नेताओं पर गुप्तचर नज़र रखेंगे।’’
उन्होंने लिखा है, ‘‘22 अप्रैल 2020 को ए.डी.जी.ने पत्र के माध्यम से गुप्तचर शाखा की नई विंग के गठन की मांग की है। लोकतंत्र की बात करते करते सरकार जनप्रतिनिधियों पर पहरे क्यूँ बैठा रही है?’’
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