वेलेंटाइन पर रोमांस फ्रॉड का खुलासा, सच्चे प्यार की तलाश में गंवाए 450 करोड़ रुपए

punjabkesari.in Tuesday, Feb 12, 2019 - 05:34 PM (IST)

लंदनः फरवरी के महीने में वेलेंटाइन वीक साल का वो वक्त होता है जब फिजाओं में रोमांस तैरता है। रोज डे से लेकर प्रॉमिस डे, चॉकलेट डे, टैडी डे, हग डे के बाद अब अंतिम दो दिन हैं जिसमें 13 फरवरी को किस डे और अंत में 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे मनाया जाता है। इन दिनों सच्चे प्यार और रोमांस की तलाश में लोग क्या-क्या कोशिशें नहीं करते। इन्हीं कोशिशों में से एक है डेटिंग एप्स के जरिए सच्चे साथी की तलाश। लेकिन यही तलाश कई बार मुसीबत में भी डाल देती है।
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ब्रिटेन में सच्चे प्रेम की तलाश में ही 450 करोड़ रुपए के रोमांस फ्रॉड का खुलासा हुआ है। ब्रिटिश पुलिस रिपोर्टिंग सेंटर 'एक्शन फ्रॉड' ने सच्चे प्यार की तलाश कर रहे लोगों को सावधान किया है। पुलिस ने इसके लिए ऐसे आंकड़े पेश किए हैं, जो ऑनलाइन प्यार की तलाश करने वालों को डराने के लिए काफी हो सकते हैं। पुलिस आंकड़ों के अनुसार ब्रिटेन में हर साल 5 करोड़ पाउंड यानी भारतीय करंसी के अनुसार करीब 450 करोड़ रुपए का रोमांस फ्रॉड होता है। यहां रोमांस फ्रॉड का सीधा मतलब डेटिंग एप या सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर नकली प्रोफाइल बनाकर किसी के साथ रिश्ता बनाना और फिर मौका मिलते ही धोखे से उसका पैसा लेकर रफू चक्कर हो जाने से है।
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ज्यादातर महिलाएं बनीं रोमांस फ्रॉड की शिकार
हैरानी की बात यह है कि रोमांस फ्रॉड के 63 फीसदी मामले महिलाओं के साथ ही होते हैं और इनकी औसत उम्र 50 साल होती है। फ्रॉड इस बात को जानते हैं कि महिलाएं जल्द ही इमोशनल हो जाती हैं और यही कारण है कि वह पीड़ित को विश्वास दिला देते हैं कि वही उनका परफेक्ट पार्टनर है, जिसकी उन्हें तलाश थी। फिर जैसे ही मौका मिलता है, इस विश्वास का फायदा उठाकर किसी न किसी बहाने पीड़ित से पैसा लेकर यह लोग चंपत हो जाते हैं। यही नहीं कई बार तो निजी जानकारियां हासिल करने के बाद धोखा दिया जाता है और कई बार अंतरंग पलों की वीडियो रिकॉर्डिंग करके ब्लैकमेल करके भी पैसा ऐंठा जाता है।
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धन ही नहीं स्वास्थ्य का भी नुकसान
आंकड़ों की बात करें तो अकेले साल 2018 में ही रोमांस फ्रॉड से जुड़ी 4555 रिपोर्ट दर्ज कराई गईं। साढ़े चार हजार से ज्यादा इन मामलों में पीड़ितों को कुल 450 करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा। यह भी चौंकाने वाला तथ्य है कि साल 2017 के मुकाबले यह आंकड़ा 27 फीसदी ज्यादा है। 42 फीसदी पीड़ितों का मानना है कि रोमांस फ्रॉड में उन्हें धन का नुकसान तो झेलना ही पड़ा, साथ ही इसका उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ा है। कई पीड़ित तो ऐसे भी हैं, जिन्होंने शर्म और बेइज्जती की आशंका के चलते रोमांस फ्रॉड की शिकायत ही दर्ज नहीं की।

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Tanuja

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