"मेरी फसल मेरा ब्यौरा" योजना लागू करने के लिए जी जान से जुटे अधिकारी

punjabkesari.in Saturday, Jan 19, 2019 - 10:27 PM (IST)

अंबाला(अमन कपूर): हरियाणा सरकार द्वारा किसान हित में जारी "मेरी फसल मेरा ब्यौरा" योजना लागू करने के लिए मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारी और कर्मचारी गांव-गांव जाकर किसानों को इससे मिलने वाले लाभ की जानकारी दे रहे हैं। इस योजना के तहत यह महकमा समझाने में लगा है कि "फॉर्म" भरने वाले किसानों को ही आने वाले समय में उनकी फसल का खराबा और सरकारी समर्थन मूल्य मिलने के साथ-साथ सरकारी एजेंसियां उन्हीं के फसल की खरीद करेंगी जो इन फॉर्म को भरकर सरकार को जमा करवाएगा। इस फार्म के जमा करवाने की मियाद 31 जनवरी निर्धारित की गई है।

मार्केटिंग बोर्ड के सचिव की एल मलिक का कहना है कि इस योजना के तहत सरकार ने तीन रंग के सफेद, पीले ओर हरे फार्म बनाये गए है जिनमे अलग अलग फसलों का रकबा ओर किस्म भी भरना होगा। बेमौसमी बारिश व कोहरे से खराब होने वाली फसलों के नुकसान की मुआवजा राशि भी किसान को इसी आधार पर दी जाएगी।

सचिव ने बताया कि सभी किसानों के लिए यह फार्म भरने अनिवार्य होगा, जो किसान इसे नही भरेगा तो मंडी में सरकारी एजेंसियां उसकी फसल की न तो खरीद करेगी और ना ही उसे खराबा की मुआवजा राशि मिलेगी। हरा फार्म गेंहू की फसल के लिए, पीला फार्म सरसों फसल के लिए भरना है। इसी तरह सफेद फार्म किसी किसान द्वारा लगाए अन्य फसल के लिए जिसमे गन्ना, बरसीन, जौ, चना, ग्वार आदि के लिए है।

सचिव मालिक के अनुसार इससे जुड़े विभाग के सक्षम युवा कर्मचारी घर घर जाकर किसानों से यह फार्म भरवा रहे हैं। यह फार्म भरते समय किसान को एक फोटो, आधार कार्ड की कॉपी, बैंक अकाउंट नम्बर, खेवट, खतौनी, रकबा ओर किल्ला नम्बर भरने होंगे। इसके अलावा किसान पटवारी से अपनी फर्द लाकर अपनी फसल रजिस्टर्ड करवानी होगी। किसान तक सीधा लाभ के लिए सरकार ने यह सिस्टम शुरू किया है। इसमें किसान को यह भी स्पष्ट करना होगा कितनी फसल वह घर रखेगा, फसल बेचने कौन आदमी जाएगा और उसके पास कौन सा पहचानपत्र होगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Shivam

Recommended News

Related News

static