टास्क फोर्स टीम की छापेमारी, 5 मासूमों को बाल मजदूरी से करवाया आजाद

punjabkesari.in Saturday, Jan 19, 2019 - 11:23 AM (IST)

लुधियाना(खुराना): जिला टास्क फोर्स टीम में शामिल 8 विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों ने पुलिस थाना साहनेवाल की प्रमुख सब-इंस्पैक्टर संदीप कौर की पार्टी सहित चंडीगढ़ रोड स्थित नीलों पुल के नजदीक पड़ती एक स्पिनिंग मिल में छापेमारी कर 5 मासूम बच्चों को बाल मजदूरी करवाने के आरोपों के तहत आजाद करवाने का दावा किया है।

छापेमारी की उक्त कार्रवाई को जिला कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल के दिशा-निर्देशों पर असिस्टैंट कमिश्नर शिकायतें मैडम कन्नु गर्ग की अगुवाई में अंजाम दिया गया।छापेमारी टीम द्वारा की जा रही कार्रवाई दौरान एक बार तो माहौल पूरी तरह से गर्माया, क्योंकि कार्रवाई का विरोध कर रहे बच्चों के अभिभावकों ने टीम पर धक्केशाही करने के आरोप लगाए, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने स्थिति संभालते हुए बच्चों का मैडीकल करवाने के लिए टीम के साथ सिविल अस्पताल रवाना कर दिया। जानकारी के मुताबिक टास्क फोर्स द्वारा छापेमारी की उक्त कार्रवाई को चाइल्ड लाइन संस्था की शिकायत के आधार पर अमल में लाया गया है, छापेमारी में आजाद करवाए गए 5 बच्चों में 3 लड़कियां व 2 लड़के शामिल हैं, जबकि इस दौरान मौके पर 1 अन्य लड़की को 18 वर्ष से ऊपर की उम्र होने के संदेह पर छोड़ दिया गया। इस दौरान छापेमारी टीम की कमान लेबर विभाग के असिस्टैंट डायरैक्टर ऑफ फैक्टरी विंग भट्टी के हाथों में ही रही, जिनके साथ कमलजीत सिंह व हरप्रीत कौर (दोनों लेबर इंस्पैक्टर) हरमिन्द्र सिंह रोमी (ऐलीमैंट्री शिक्षा विभाग) दलजीत सिंह (सैकेंडरी विभाग), मैडम पुनम कुमारी (बाल सुरक्षा विभाग) आदि मौजूद रहे।

अभिभावकों ने लगाए अधिकारियों पर आरोप
जैसे ही छापेमारी टीम गाडिय़ों द्वारा बच्चों को लेकर सिविल अस्पताल पहुंची, ठीक टीम के पीछे अस्पताल में पहुंचे बच्चों के अभिभावकों ने अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी भड़ास निकाली। गुस्से में भड़के अभिभावकों ने आरोप लगाए कि टीम द्वारा पकड़े गए बच्चे उक्त फैक्टरी में बाल मजदूरी करते ही नहीं हैं, लेकिन टीम द्वारा धक्केशाही से उनके बच्चों को पकड़कर बाल मजदूर बताया जा रहा है।  उन्होंने कहा कि फैक्टरी परिसर में बनी कालोनी में ही वह रहते हैं।

बच्चों को किया सी डब्ल्यू सी. कमेटी को हैंडओवर
सभी 5 बच्चों का सिविल अस्पताल में मैडीकल करवाने के बाद छापेमारी टीम के अधिकारियों ने बच्चों को चाइल्ड वैल्फेयर कमेटी शिमलापुरी के अधिकारियों को हैंडओवर कर दिया है जहां पर कागजी कारवाई करने के बाद खबर लिखे जाने तक बच्चों को उनके माता-पिता को सौंपे जाने की प्रक्रिया चल रही थी। अभिभावकों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को छापेमारी टीम के अधिकारियों ने सिरे से नकारते हुए कहा कि उनके द्वारा की गई कार्रवाई कानून के दायरे में रहकर नियमों को ध्यान में रखते हुए की गई है।


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