लुधियाना का मेहरबान इलाका बन रहा आतंकियों का सॉफ्ट प्वाइंट

punjabkesari.in Friday, Jan 18, 2019 - 09:29 AM (IST)

लुधियाना (ऋषि): एन.आई.ए. द्वारा राहों रोड पर मेहरबान चुंगी के नजदीक वर्धमान नगर में बनी मदनी मस्जिद में की गई रेड के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। टीम ने यह कार्रवाई देर रात गुप्त तरीके से की है। शहर से थोड़ा सा अलग लेकिन शहर का ही एक हिस्सा मेहरबान आतंकियों को सॉफ्ट प्वाइंट बनता जा रहा है। इसके पीछे का एक कारण मेहरबान व आसपास के इलाके में स्मार्ट सिटी कैमरों और पुलिस की कमी भी है। एन.आई.ए. द्वारा पहले भी मेहरबान के इलाके गांव चूहड़वाल में दबिश दी गई थी। मगर उस समय पंजाब में दहशत का माहौल पैदा कर चुके आतंकी रमनदीप को दबोचा गया था, जिसने अपनी पूछताछ दौरान बताया था कि हर वारदात करने के बाद वह गांव चूहड़वाल में आकर ठहरते थे और अब यू.पी. के आतंकियों से लिंक होने पर उठाया मोलवी भी इसी इलाके में बनी मस्जिद में रह रहा था।
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मस्जिद में लगे थे 9 कैमरे, डी.वी.आर. ले गए साथ

मस्जिद में अंदर/बाहर की तरफ 9 कैमरे लगे हैं। रेड करने आई पुलिस जाते समय कैमरों की डी.वी.आर. भी अपने साथ ले गई। सूत्रों के अनुसार मोलवी से बरामद मोबाइल बिल्कुल सिम्पल है और उस पर इंटरनैंट जैसी कोई सुविधा भी नहीं है।
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पंजाब से आतंकियों का सफाया करने के लिए ही बढ़ा डी.जी.पी. का कार्यकाल

विगत दिनों देश के उच्चतम न्यायालय द्वारा आतंकियों का जड़ से सफाया करने के मकसद से ही पंजाब के डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा का कार्यकाल 9 माह के लिए बढ़ाया गया था ताकि उनकी सुपरविजन में काम कर रही टीमें पंजाब से आतंकियों के लिंक आसानी से खत्म कर सके और डी.जी.पी. अरोड़ा द्वारा आंतकियों का आए दिन नैटवर्क भी तोड़ा जा रहा है।
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मस्जिद में 6 माह पहले नौकरी पर लगा था मौलवी पाशा

जिस मस्जिद से पाशा को उठाया गया है, जो वर्ष 1988 से चल रहा है। इस समय वहां पर 5 शिक्षक 75 छात्रों को पढ़ा रहे थे। पाशा सबसे छोटी उम्र का शिक्षक है, जो 6 माह पहले अपनी मोलवी की डिग्री लेकर इंटरव्यू देकर नौकरी पर लगा था और तब से अंदर ही रह रहा है। मस्जिद के प्रबंधकों के अनुसार नौकरी पर रखने से पहले उन्होंने पाशा के सभी सर्टीफिकेट चैक किए थे।


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