यहां गुज़ारा था श्रीराम ने अपना वनवास

punjabkesari.in Wednesday, Jan 16, 2019 - 04:16 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जिन्होंने ने अपने पिता के कहने पर 14 साल का वनवास स्वीकार किया था। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्रीराम को ये वनवास राजा दशरथ के एक वचन के कारण लेना पड़ा था जो उन्होंने अपनी पत्नी कैकेयी को दिया था। एक आज्ञाकारी पुत्र की तरह उन्होंने अपने पिता के वचन का आदर करते हुए हंसते-हंसते स्वीकारा था। इस 14 साल के वनवास में उनके भाई लक्ष्मण और अर्धांगिनी सीता भी उनके साथ थे। लगभग ये सभी बातों से सभी वाकिफ़ होंगे लेकिन ये किसी को नहीं पता होगा कि श्रीराम अपने वनवास के दौरान कहां-कहां रहे थे और जहां वो रहे वो जगहें आज के समय कहां और कैसी दिखती हैं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि आखिर वो कौन सी जगहें हैं जहां श्रीराम ने अपने भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता संग वनवास काटा था।
PunjabKesari

नासिक पंचवटी का कुंड
नासिक पंचवटी में अरुणा नदी के किनारे बने के बारे में कहा जाता है कि श्रीराम अपने वनवास के समय यहां आए थे। बता दें कि इस कुंड के इंद्र कुंड के नाम से जाना जाता है। क्योंकि कुछ कथाओं के अनुसार जब महर्षि गौतम ने इंद्र को श्राप दिया था वो इसी कुंड में स्नान करने आए थे और यहीं उनके शरीर के छिद्र दूर हो गए थे।
PunjabKesari
पंचवटी कपालेश्वर
बता दें कि ये भी नासिक के पंचवटी का एक प्रसिद्ध स्थान है, जहां श्रीराम ने वनवास के दौरान काफ़ी समय बीताया है। इस जगह को लेकर एक मान्यता ये है, यहां शंकर जी के हाथ में चिपका कपाल यानि कि यहीं वो स्थान है जहां से ब्रह्मा का सिर गोदावरी स्नान से दूर हो गया था।
PunjabKesariपंचवटी कालाराम मंदिर
पंचवटी गोदावरी से लगभग 220 गज़ पर बस्ती में कालाराम मंदिर बना है। देखने में मंदिर काफ़ी विशाल है, यहां प्रभु श्री राम, लक्ष्मण और सीता माता की मूर्तियां स्थापित हैं।
PunjabKesariपंचवटी गुफा
गोदावरी से थोड़ी दूर पर एक वट वृक्ष है जिसे पंचवटी के नाम से जाना जाता है। यहां पर वर्तमान में 5 वृक्ष हैं और उनके पास एक मकान में गुफ़ा बनी है जहां अंदर जाने पर राम लक्ष्मण सीता की छोटी-छोटी मूर्तियां देखने को मिलती है।
PunjabKesariपंचवटी नीलकंठेश्वर मंदिर
नासिक में नीलकंठेश्वर शिव मंदिर को लेकर ये मान्यता प्रचलित है कि महाराज जनक ने यहां यज्ञ करके मूर्ति की स्थापना की थी।
PunjabKesari
यहां दशहरे पर नहीं जलता रावण (VIDEO)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Jyoti

Recommended News

Related News