स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग को लग सकता है ग्रहण : शहर में चारों तरफ बिखरी है गंदगी

punjabkesari.in Wednesday, Jan 16, 2019 - 09:23 AM (IST)

होशियारपुर(जैन): स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में नगर निगम की रैंकिंग को बेहतरीन बनाने के लिए निगम अधिकारियों द्वारा ऐड़ी-चोटी का जोर लगाया जा रहा है। लेकिन अगर शहर में जिस तरह चारों तरफ गंदगी बिखरी पड़ी है उससे तो लगता है कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 की रैंकिंग को कहीं ग्रहण ही न लग जाए। चंडीगढ़ रोड पर डी.ए.वी. कालेज के सामने निगम द्वारा स्थापित सैकेंडरी प्वाइंट के बाहर बिखरी गंदगी पर दिन भर पशु भोजन की तलाश में मंडराते देखे जाते हैं। 

पंजाब केसरी द्वारा आज शहर में किए गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई कि जालंधर रोड पर सिविल अस्पताल के साथ सटे एक प्लाट में गंदगी के बेशुमार ढेर लगे रहते हैं। जो इलाके में दुर्गंध से प्रदूषण तो फैला ही रहे हैं, साथ में दिन भर गंदगी के ढेरों पर पशु मंडराते रहते हैं। यह पशु सड़क दुर्घटनाओं का भी सबब बन रहे हैं।
जालंधर रोड पर पुराने बर्फ कारखाना परिसर के साथ सटी जगतपुरा की एक गली में इस कद्र गंदगी भरी पड़ी है, कि उधर से गुजरने की कोई हिम्मत नहीं जुटा सकता। शहर के अन्य इलाकों में भी परिस्थितियां कोई बहुत अच्छी नहीं।

लोगों को भी समझनी होगी अपनी जिम्मेदारी
शहर में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेरों संबंधी कृष्णा नगर निवासी गृहिणी प्रीति गुप्ता का कहना है कि शहर को स्वच्छ रखना केवल नगर निगम की ही जिम्मेदारी नहीं। शहर निवासियों को चाहिए कि यहां गंदगी डालने के लिए डम्पिंग स्टेशन बनाए गए हैं, घरों का कूड़ा वहीं फैंका जाए। उनका कहना था कि अनेकों बार देखने में आया है कि लोग दोपहिया वाहनों में आकर लिफाफे में भरा कूड़ा दूर से ही फैंक कर चले जाते हैं। अगर शहर को वाकई स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छा रैंक दिलाना है तो हम सब को भी योगदान डालना होगा। 

पिछले 2 बर्षों की रैंकिंग में आया था सुधार
स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 में राष्ट्रीय स्तर पर होशियारपुर को 323वां तथा प्रदेश स्तर पर 9वां रैंक मिला था। इसी प्रकार वर्ष 2018 में राष्ट्रीय स्तर पर 191वां तथा प्रदेश स्तर पर छठा रैंक मिला था। नगर निगम भले ही इस दफा इस रैंकिंग में और सुधार होने की उम्मीद लगाए बैठा है। लेकिन शहर में सफाई व्यवस्था की तरफ अगर ध्यान न दिया गया तो परिणाम विपरीत भी हो सकते हैं। 

क्या कहते हैं मेयर
सम्पर्क करने पर मेयर शिव सूद ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में सफाई व्यवस्था के अलावा खुले में शौच, सिटीजन्स फीड बैक तथा मोबाइल एप के माध्यम से निगम संबंधी शिकायतों का निपटारा आदि का भी मूल्यांकन किया जाता है। उन्होंने बताया कि शहर में 4 स्थानों डी.ए.वी. कालेज, भंगी चो, मॉडल टाऊन व ऊना रोड पर सैकेंडरी प्वाइंट बनाए गए हैं ताकि इर्द-गिर्द के रिहायशी इलाकों का कूड़ा इनमें जमा हो। इन सैकेंडरी प्वाइंटों की रोजाना नियमित सफाई होती है। मेयर ने बताया कि शहर में खुले में शौच को पूर्णतया अंकुश लगाने के लिए मॉडल टाऊन ग्रीनव्यू पार्क, टैगोर पार्क व कोतवाली बाजार में 4 सुलभ शौचालय बनाए गए हैं जिनमें से 3 बनकर तैयार भी हो चुके हैं। शहर में गंदगी संबंधी उन्होंने कहा कि अगर स्वच्छता को लेकर कहीं कोई कमी है तो उसे जल्द ठीक कर लिया जाएगा।


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