‘PM मोदी के डर से नोट की बजाए वोट मांगने को मजबूर मायावती’
punjabkesari.in Wednesday, Jan 16, 2019 - 08:07 AM (IST)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डर से बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती अपने जन्मदिन पर पहली बार नोटों की बजाय वोटों की अपील करने को मजबूर हुईं हैं। मायावती को उनके जन्मदिन पर बधाई देते हुए डॉ. पांडेय ने कहा कि मोदी के डर से मायावती ने अपने जन्मदिन को मनाने के अंदाज में इतना परिवर्तन जरूर कर दिया है कि पहले वह अपने जन्मदिन पर नोटो की अपील करती थी इस बार वोटों की अपील कर रही है।
उन्होंने कहा कि बसपा मुखिया ने केवल शोषण, जातिवाद, सम्प्रादयिकता और दौलत की राजनीति की है इसलिए उनकी अपील के खोखलेपन को उत्तर प्रदेश की जनता भलिभांति समझती है। बसपा प्रमुख का यह दोहरापन नहीं तो और क्या है कि जिन गुंडों की छाती पर चढ़कर मायावती मोहर लगाने की बात करती थी आज उन्हीं गुंडों को अपने पस्त हाथी पर बिठाकर घूम रही है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज मायावती को मुस्लिमों के हित की चिंता सता रही है जबकि विधानसभा चुनाव हारने पर वो खुद मुस्लिम समुदाय को इसका जिम्मेदार ठहराकर उन्हें कोष रही थी। उन्होंने कहा मोदी सरकार में सबका साथ-सबका विकास की नीत पर चलते हुए आर्थिक आधार पर कमजोर और जरूरत मंदों को आरक्षण देने का ऐतिहासिक फैसला किया है। इससे अल्पसंख्यक भी मुख्य धारा में शामिल हो सकेंगे।
भाजपा नेता ने कहा कि अपने परिवार और पर्स तक की ही चिंता में सीमित मायावती को पता है कि मोदी-योगी सरकार की विकास केन्द्रित नीतियों के चलते वे चाहे कितने भी गठबंधन कर लें उनका परिणाम 2014-2017 के चुनाव जैसा ही होना है। उन्होंने कहा कि मायावती केवल नोट बैंक और वोट बैंक की राजनीति कर रही है। दलितों, पिछड़ों, वंचितो, अल्पसंख्यकों किसी के हित से उनका कुछ भी लेना-देना नहीं है। इसलिए आगामी लोकसभा के चुनाव में भी जनता नरेन्द्र मोदी के फिर से प्रधानमंत्री बनाने और केन्द्र में राजग सरकार को बनाने के संकल्प के साथ भाजपा को वोट करेंगी और सपा-बसपा और कांग्रेस जैसे दलों का सफाया होगा।