बस सर्विस न मिलने पर विद्यार्थियों ने लगाया जाम

punjabkesari.in Tuesday, Jan 15, 2019 - 02:45 PM (IST)

यमुनानगर(सतीश): सोमवार दोपहर बस न मिलने से गुस्साए छात्रों ने बस अड्डे के बाहर वाली सड़क पर जाम लगा दिया। बिलासपुर, साढौरा, नारायणगढ़, अर्जुन माजरी, घिलौर माजरी के छात्रों ने बताया कि दोपहर साढ़े 12 बजे के बाद उनके रूट पर बस ही नही है। सबसे पहले वे वर्कशाप में गए। यहां से उन्हें पूछताछ केन्द्र भेज दिया। यहां से उन्हें फिर ड्यूटी रूम में जाने की सलाह दी गई। उनका कहना है कि कर्मचारियों ने सलाह देने की बजाय कुछ नहीं किया। उनका कहना है कि यह दिक्कत एक दिन की नहीं, हर रोज की है। सुबह- शाम वे लोग बस सॢवस न होने की दिक्कत झेल रहे हैं। इससे भी बड़ी बात यह है कि जब बस आती है वह खचाखच रहती है। छात्राएं तो चढऩे से वंचित रह जाती हैं। छात्राओं ने दोपहर 2.35 से 3 बजे तक जाम लगाए रखा। जी.एम. रविन्द्र पाठक के आश्वासन के बाद छात्र-छात्राओं ने जाम खोला। 

स्थायी समाधान चाहिए हमें
जाम लगाने वाले छात्र जी.एन.जी., खालसा कालेज, डी.ए.वी. गल्र्स कालेज व एम.एल.एन. कालेज के थे। प्रदर्शन कर रही काजल, रूबी, सुषम, रीतिका, आरती, अनीषा, सीमा, आंचल, अंजलि व सोनिया ने बताया कि बस सॢवस न होने के कारण वे सुबह के समय घर से 2 घंटे एडवांस चलती है और बस न मिलने के कारण 2 घंटा देरी से पहुंचती हंै। सॢदयों का समय है अब तो 5 बजे के बाद ही अंधेरा होने लगता है। ऐसे में भी रोडवेज प्रशासन उनकी समस्या पर सुनवाई नहीं कर रहा। 

शरारती तत्व भी पहुंच गए मौके पर
जाम से पहले कुछ बाहरी लोग भी बस अड्डा पर मौजूद थे। छात्र बस सॢवस न होने की चर्चा कर रहे थे। इस दौरान 2 लोगों ने उन्हें हाई जैक कर लिया। रोडवेज से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इन लोगों ने छात्राओं को जाम लगाने के लिए मजबूर किया। जब थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे तो ये दोनों लोग वहां से खिसकने का प्रयास करने लगे। इस दौरान जी.एम. ने भी इस बारे शिकायत की। पुलिस एक बाहरी व्यक्ति को साथ ले गई जिससे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। 

सीट को लेकर हुई लड़ाई
शाम के समय यमुनानगर बस स्टैंड से एक बस दिल्ली जा रही थी। इस बस में काऊंटर से ही सीट बुक हो रही थी। एक व्यक्ति ने काऊंटर से टिकट ली और वह अपनी दी गई सीट पर बैठ गया। इसी दौरान परिचालक ने दूसरी टिकट काट दी। जिस व्यक्ति ने परिचालक से टिकट ली उसने पहले से बैठे व्यक्ति को उठने के लिए कहा। इस दौरान नोक-झोंक झगड़े में बदल गई। लोगों का कहना है कि रोडवेज प्रबंधन को पुख्ता इंतजाम करने चाहिए ताकि इस तरह के झगड़े न हो। इस तरह के झगड़ों से पब्लिक का समय बर्बाद होता है, वहीं चालक और परिचालक भी तनाव में आ जाते हैं। 

2 मिनट में मान गए छात्र : जी.एम.
स्थानीय डिपो के जी.एम. रविन्द्र पाठक का कहना है कि जाम कुछ समय के लिए रहा। उन्होंने छात्रों से बात की और वे दो मिनट में मान गए। जी.एम. के मुताबिक छात्रों के एक प्रतिनिधि मंडल ने उनसे मुलाकात की। उनकी समस्या सुनकर स्थायी समाधान के निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि छात्रों का कोई कसूर नहीं है, बल्कि कुछ बाहरी लोग उन्हें जाम के लिए उकसा रहे थे। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Deepak Paul

Recommended News

Related News

static