सरपंच की हत्या के लिए चाहिए थी गाड़ी, सी.आई.ए.-2 के चालक पर तान दी पिस्तौल

punjabkesari.in Tuesday, Jan 15, 2019 - 02:13 PM (IST)

पानीपत(संजीव): सी.आई.ए.-2 पुलिस की सरकारी गाड़ी को आम राहगीर की गाड़ी समझ कर गाड़ी छीनने के इरादे से 2 बदमाशों ने वाहन चालक पर पिस्तौल तान दी तथा सब कुछ उनके हवाले करने की धमकी दी। बाद में पुलिस ने फुर्ती दिखाते हुए दोनों बदमाशों को काबू कर लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि बदमाश गांव चमराड़ा के सरपंच की हत्या करना चाहते थे जिसके लिए गाड़ी का इंतजाम करना था और गाड़ी छीनने के इरादे से ही उन्होंने चालक पर पिस्तौल तानी थी। आरोपियों के खिलाफ थाना चांदनी बाग में केस दर्ज करके पुलिस ने आरोपियों को सोमवार को अदालत में पेश करके 2 दिन का पुलिस रिमांड लिया गया है। आरोपियों से आगे की पूछताछ जारी है।

सी.आई.ए.-टू के ए.एस.आई. अशोक कुमार ने बताया कि वह सरकारी टवेरा गाड़ी में कांस्टेबल राजेश व सिपाही सन्नी के साथ डाहर चौक पर गश्त लगा रहे थे कि सूचना मिली कि दो युवक रोहतक बाईपास पर गांव सिवाह की तरफ हथियारों के बल पर राहगीरों व वाहनों से लूटपाट करने की फिराक में खड़े हैं। सूचना मिलते ही उन्होंने साथी पुलिस कर्मियों को मामले से अवगत करवाया तथा गाड़ी की बत्ती उतारकर बताए गए स्थान पर पहुंचे। जैसे ही उन्होंने रोहतक बाईपास पर सिवाह रेलवे पुल क्रास किया तो सामने 2 युवक सड़क पर खड़े दिखाई दिए।

जो नजदीक पहुंचने पर गाड़ी के सामने आकर खड़े हो गए तथा गाड़ी रूकवा ली। एक युवक ने सिविल ड्रैस में चालक सीट पर बैठे सिपाही अजय कुमार की कनपटी पर पिस्तौल तानते हुए धमकी दी कि जो कुछ है उनके हवाले कर दो नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। यह देखकर उन्होंने ही गाड़ी के अंदर लाईट जगाई तो अन्दर पुलिस पार्टी को बैठे देखकर दोनों युवक भागने लगे। जिसे पुलिस ने पीछा करके कुछ ही दूरी पर काबू कर लिया। कांस्टेबल राजेश द्वारा पकड़े गए युवक ने अपनी पहचान योगेश निवासी गांव चमराड़ा के तौर पर दी। आरोपी से एक 32 बोर की देसी पिस्तौल मिली जिसमें 2 जिन्दा रौंद लोड किए गए थे। वहीं सिपाही सन्नी द्वारा काबू किए गए युवक ने अपनी पहचान सागर निवासी गांव देहरा के तौर पर दी तथा सागर के कब्जे से 315 बोर का देसी पिस्तौल मिला जिसमें एक जिंदा रौंद पाया गया है। आरोपियों के खिलाफ थाना चांदनी बाग में अभियोग अंकित करवाया गया है। पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ जारी है। 

पिता व चाचा की मौत का बदला लेना चाहता था आरोपी योगेश
सी.आई.ए. पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी योगेश ने बताया कि करीब 9 साल पहले जितेंद्र उर्फ काला वासी चमराडा ने अपने 10-12 साथियों के साथ मिलकर उसके पिता सुरेंद्र व चाचा बिजेंद्र की खेतों में गोली मारकर हत्या कर दी थी तथा उसके साथ 2-3 बार झगड़ा भी किया गया व जान से मारने की धमकी भी दी गई। जिस पर उसने घर छोड़ दिया था व बदला लेने की फिराक में रहने लगा। इसी दौरान उसकी मुलाकात नवीन उर्फ गोलू वासी समैल जिला रोहतक हाल निवासी सिवाह जिला पानीपत व सागर निवासी गांव देहरा जिला पानीपत से हो गई। जब उसने नवीन उर्फ  भोलू को गांव के सरपंच जितेंद्र उर्फ काला की हत्या करने की बात की तो नवीन ने उसे कहा कि उसे भी राकेश उर्फ पम्पू निवासी सिवाह की हत्या करनी है, जो हत्या के केस में जेल में बंद है। आरोपी योगेश ने पुलिस को आगे बताया कि जितेंद्र उर्फ काला सरपंच गांव चमराडा की हत्या करने के लिए गाड़ी चाहिए थी। गाड़ी को छीनने की वारदात करने के लिए ही वह दोनों वहां पर खड़े थे। 


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Deepak Paul

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