बाबा रामदेव की पतंजलि और चीन की फर्म में समझौता, मिलकर करेंगे साइंस पर रिसर्च

punjabkesari.in Sunday, Dec 16, 2018 - 12:45 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः आयुर्वेद रिसर्च और साइंस को बढ़ावा देने के लिए योग गुरु बाबा रामदेव ने बहुत बड़ा कदम उठाया है। रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेल ने एक चीनी फर्म के साथ एमओयू साइन किया है। इसके तहत चीन की सरकार ने भारत को रिसर्च, योग, कल्चरल प्रोग्राम, एजुकेशन, आईटी जैसे कई क्षेत्रों में काम करने और अपना पूरा सहयोग करने की बात कही है। नंदगांव इंडस्ट्रियल पार्क, पतंजलि आयुर्वेदिक लिमिटेड और दो अन्य भारतीय कंपनियों ने यह MOU साइन किया है।

PunjabKesari

भारत-चीन संबंधों में होगा सुधार
चीन और भारत की कंपनियों में हुए इस समझौते से भारत-चीन संबंधों पर काफी गहरा असर पड़ने की उम्मीद है। इससे जहां दोनों देशों के बीच संस्कृति, कला और अन्य तरह की पारंपरिक चीजों का लेन-देन होगा, वहीं भारत और चीन के बीच ट्रेड भी बढ़ने के आसार होंगे।

PunjabKesari

आचार्य बालकृष्ण ने दी जानकारी
पतंजलि के चेयरमैन आचार्य बालकृष्ण ने अपने फेसबुक पेज पर जानकारी दी थी कि वो चीन यात्रा पर जा रहे हैं। जिसके बाद आज उन्होंने अपने पेज पर चीन के साथ हुए इस समझौते के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, 'भारत और भारतीय संस्कृति के लिए गौरव का क्षण, चीन के हबेई प्रोविंस के नंदगांव में एडमिनिस्ट्रेटिव कमिटी ऑफ नंदगाव इंडस्ट्रियल पार्क व पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड, भारत व दो अन्य संस्थाओं के बीच MOU पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके तहत यहां की सरकार ने भारत की हर तरह की कला, संस्कृति, परंपरा, योग, आयुर्वेद अनुसंधान, जड़ी-बूटी अन्वेषण, योग- केंद्र , टूरिज्म, आईटी ,शिक्षा, मीडिया आदि गतिविधियों के लिए कार्य करने के लिए स्वीकृति दी और सभी संसाधन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।'

PunjabKesari

चाइना में इंडियन कल्चर
आचार्य बालकृष्ण ने MOU साइन होने के बाद कहा, भारतीय संस्कृति, योग, आयुर्वेद और चिकित्सा को हम अब चीन में ला सकते हैं। इसके जरिए हम पूरी दुनिया को लाभ पहुंचा सकते हैं। चीन सरकार के सहयोग और उनकी भावनाओं के लिए मैं उनका धन्यवाद। उन्होंने भारतीय कंपनियों को भी चीन के नंदगांव में आने का न्योता दिया। आचार्य बालकृष्ण ने कहा, वासुधेव कुटुंबकम की भावना से सभी का स्वागत किया जाएगा और सभी को सहयोग दिया जाएगा।

PunjabKesari
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

jyoti choudhary

Recommended News

Related News