कर्जा माफी की घोषणा से बैंक कर्मचारी चिंतित, बंद कमरे में की बैठक
12/14/2018 5:12:53 PM
खंडवा: छह महीने पहले जिला सहकारी बैंक के तत्कालीन मुख्य प्रबंधक ने खंडवा व बुरहानपुर जिले के करीब एक लाख किसानों को करोड़ों रुपए का कृषि ऋण बांट दिया। लेकिन दो फीसदी किसानों ने ऋण की राशि तक नहीं चुकाई। किसान नई सरकार का इंतजार करते रहे। अब जब नई सरकार का गठन हो गया है तो अफसरों की चिंता बढ़ गई। जिसके चलते वर्तमान प्रबंधक ने पूरे दिन अफसरों की बैठक ली और कर्ज कैसे वापस आए इस पर मंथन किया।
जिला सहकारी बैंक के व सहकारी समितियां पंजीकृत किसानों को 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक खरीफ के लिए व 1 अक्टूबर से 31 मार्च तक रबी सीजन की फसलों के लिए बगैर ब्याज के ऋण वितरण करती है। इसी के चलते करोड़ों के हिसाब से किसानों को कर्जा दिया गया। लेकिन तकरीबन एक लाख किसानों में से केवल कुछ ही किसानों ने कर्ज वापस लौटाया। बैंक द्वारा डिफाल्टर किसानों, जिनमें बड़े नेता भी शामिल हैं, की लंबी चौड़ी लिस्ट तैयार कर वसूली की तैयारी भी कर ली थी। इसी बीच नई सरकार बनते ही अफसरों की चिंता बढ़ने लगी है। उनको चिंता है कि कहीं बैंक अन्य बैंकों की तरह डूब ना जाए।