श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत से नायब शाही इमाम मौलाना उस्मान ने की मुलाकात

punjabkesari.in Friday, Dec 14, 2018 - 03:01 PM (IST)

लुधियाना(सलूजा): गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब के मुख्य सेवादार सरदार प्रितपाल सिंह के कार्यालय में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से नायब शाही इमाम पंजाब मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने विशेष रूप से भेंट की।

इस अवसर पर नायब शाही इमाम ने पंजाब के मुसलमानों की ओर से एक ज्ञापन सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी को दिया और बताया कि गुरदासपुर कादियान से संबंधित जमात-ए-कादियान का इस्लाम धर्म से कोई संबंध नहीं है। नायब शाही इमाम ने बताया की इस्लाम धर्म में यह हुक्म है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहिब सल्ललाहु अलैहीवसलम के बाद अब कोई पैगम्बर नहीं आएगा, सभी मुसलमानों को कुरआन व हदीस के अनुसार चलना होगा, लेकिन कादियानी जमात ने अंग्रेजी शासन के दौरान मिर्जा गुलाम को नबी बनाकर इस्लाम के मूल रूप को बदलने की कोशिश की थी जिसके बीच दरअसल अंग्रेजी साजिश थी कि मुसलमानों का ध्यान जंग-ए-आजादी से हटा दिया जाए। 1882 में ही लुधियाना के प्रसिद्ध विद्वान मौलाना शाह मुहम्मद लुधियानवी (शाही इमाम पंजाब के पड़दादा के पिता) ने मिर्जा गुलाम कादियानी के खिलाफ फतवा जारी किया था।

नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने सिंह साहिब को बताया कि अब कादियान जमात का हेड क्वाटर लंदन में है और वह आज भी पंजाब सहित भारत में पैसे देकर धर्म परिवर्तन करवाने में लगे हुए हैं। वह हर साल कादियान में अपने वार्षिक कार्यक्रम में सर्व धर्म के नाम पर श्री अकाल तख्त साहिब से सिंह साहिब को बुलाने की फिराक में हैं। नायब शाही इमाम ने कहा कि पंजाब भर के मुसलमान सिंह साहिब से गुजारिश करते हैं कि श्री अकाल तख्त साहिब से कादियानी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने से सिख संगठनों को रोका जाए। इस पर सिंह साहिब ने कहा कि मैं पवित्र कुरआन शरीफ का पंजाबी में अनुवाद कर चुका हंू और इस्लामी शरीयत से भली भांति परिचित हंू। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह कादियानी जमात के कार्यक्रम में कभी नहीं शामिल होंगे। इस अवसर पर शाही इमाम पंजाब के मुख सचिव मुहम्मद मुस्तकीम अहरारी, सरदार गुरप्रीत सिंह विंकल विशेष रूप से उपस्थित थे।
 


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