विधानसभा चुनावों में हार के बाद भाजपा ले सकती है अहम फैसले

punjabkesari.in Thursday, Dec 13, 2018 - 08:26 PM (IST)

जालंधर(धवन): भारतीय ज्योतिष में बृहस्पति को धन, ज्ञान, धर्म व नैतिकता का कारक ग्रह माना जाता है। बृहस्पति इस समय वृश्चिक राशि में तेज गति से संचार कर रहे हैं। दूसरी तरफ मंगल जोकि ऊर्जा, भूमि, रक्त, बड़े भाई का कारक ग्रह माना जाता है, वह कुंभ राशि से बृहस्पति की मीन राशि में 23 दिसम्बर को 12.57 बजे प्रवेश करने जा रहे हैं तथा इस राशि में 5 फरवरी 2019 तक रहेंगे। प्रमुख ज्योतिषी संजय चौधरी के अनुसार मंगल के मीन राशि में प्रवेश करते ही बृहस्पति तथा मंगल का आपस में राशि परिवर्तन हो जाएगा। 

उन्होंने कहा कि यह योग एक-दूसरे से नवम पंचम में बनने जा रहा है तथा साथ ही बृहस्पति की पांचवी दृष्टि मंगल पर भी रहेगी। इसलिए इस योग को काफी शुभ माना जाएगा। यह 11 वर्षों के बाद योग बनने जा रहा है। पिछली बार यह योग मई 2007 में बना था। सौभाग्य से विश्व में पहला एप्पल आईफोन भी उसी समय लांच हुआ था, जिसके बाद वह लगातार प्रगति पथ पर आगे बढ़ता चला गया। उन्होंने कहा कि यह समय अवधि अधिकांश लोगों के लिए शुभ फलदायी रहेगी तथा व्यक्ति को अपनी ऊर्जा का प्रयोग लंबित मामलों को निपटाने व नया कार्य शुरू करने के लिए करना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि यद्यपि सूर्य के बृहस्पति की धनु राशि में संचार करने से मल मास भी चल रहा होगा जोकि 16 दिसम्बर 2018 से 14 जनवरी 2019 तक चलेगा। इसके बावजूद मंगल-बृहस्पति का योग इस नकारात्मक महीने की ऊर्जा पर भारी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि भारत को चंद्रमा महादशा में बृहस्पति की अन्तरदशा व बुध की प्रत्यंतर दशा चल रही है। उन्होंने कहा कि भारत की कुंडली के हिसाब से बृहस्पति मंगल का योग सातवें व 11वें घर में बनेगा, जिससे पता चलता है कि विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा बनाए गए दवाब के कारण केन्द्र सरकार जनता के लिए कुछ कल्याणकारी कार्यों का ऐलान कर सकती है। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत के बाद केन्द्र सरकार भी कुछ महत्वपूर्ण फैसले लेने की चेष्टा करेगी। इस समय अवधि के दौरान केन्द्र की राजग व भाजपा सरकार तथा मुख्य विपक्षी दल कांग्रेसए के संबंधों में तनातनी का माहौल भी कुछ हद तक कम होगा। इससे आम जनता को सबसे अधिक लाभ होने जा रहा है। 


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Vaneet

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