साल भर में पानी पर खर्च किए 40 करोड़, जांच करेगी विजिलेंस

punjabkesari.in Wednesday, Dec 12, 2018 - 11:16 AM (IST)

फरीदाबाद(ब्यूरो): नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। हर जगह पर कई तरह के घोटाले सामने आ रहे हैं। निगम में यह सब गड़बड़ी खेल निगम अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से चल रहा है। अब नया मामला 40 करोड़ रुपए के पानी का है। 1600 से अधिक टयूबबेलों, पांच रैनीवेल लाइनों से पूरे शहर को पानी सप्लाई देने के बाद भी निगम के खाते से 40 करोड़ रुपए का भुगतान टैंकरों से पानी की सप्लाई के लिए किया गया है।

हैरानी की बात ये है कि ये भुगतान बगैर किसी टेंडर प्रक्रिया अपनाए किया गया। इसमें निगम पार्षदों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। ये खुलासा निगम कमिश्नर का पदभार छोडऩे से पहले मोहम्मद शाइन ने किया है। उन्होंने इसकी रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेज दी है। पूर्व निगम कमिश्नर मोहम्मद शाइन ने पदभार छोडऩे से पहले निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के कई विस्फोटक खुलासे किए।

उन्होंने बताया कि 32 फाइलें ऐसी है जिसमें निगम के अधिकारियों ने 100 करोड़ से अधिक की गड़बड़ी की है। अब इन फाइलों की स्टेट विजिलेंस जांच करेगी। उन्होंने जाते जाते 40 करोड़ रुपए के पानी घोटाले का खुलासा कर गए। नगर निगम ने जेएनएनयूआरएम के तहत 500 करोड़ रुपये खर्च कर ददसिया में रैनीवेल लगाए हैं। यहां से निकाली गई पांच रैनीवेल लाइनों से पूरे शहर को पानी सप्लाई किया जा रहा है।

इसके अलावा नगर निगम सीमाक्षेत्र में 1600 से अधिक टयूबबेलों से पानी सप्लाई का दावा किया जा रहा है। इसके बावजूद निगम अधिकारी, पार्षद और पानी मािफया मिलकर एक साल में 40 करोड़ का पानी पी गए। पानी कहां गया, किसको मिला ये किसी को पता नहीं है। पूर्व निगम कमिश्नर मोहम्मद शाइन ने खुद इस बात का खुलासा करते हुए बताया कि बगैर किसी टेंडर प्रकि या अपनाए निगम के खजाने से पिछले साल पानी के लिए 40 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसकी रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेज दी गई है।


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Deepak Paul

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