Kundli Tv- आप भी रहते हैं किराए के घर में तो इन बातों को भूलकर भी नज़र अंदाज न करें

punjabkesari.in Tuesday, Dec 11, 2018 - 04:28 PM (IST)

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जो लोग किराए के घर में रहते हैं उन्हें कुछ खास उपाय करने चाहिएं। वास्तु के अनुसार यदि किसी घर का वास्तु ठीक न हो तो वहां रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि घर खुद का है तब तो घर के वास्तुदोष दूर करने में कोई परेशानी नहीं आती है, लेकिन घर किराए का है तो काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। महंगाई के दौर में आज काफी लोग  किराए के घर में रहते हैं। मकान मालिक की इजाजत के बिना घर में किसी भी प्रकार की तोड़-फोड़ नहीं की जा सकती। अत: घर में इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे तब भी वास्तुदोष का असर कम हो जाएगा और महालक्ष्मी की कृपा आने लगेगी।
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इस बात का ध्यान रखें कि घर का उत्तर-पूर्व का भाग ज्यादातर खाली ही रहना चाहिए। यहां सामान रखना वास्तु दोष पैदा करता है। यदि आपके घर की छत पर किसी प्रकार का पुराना कबाड़ का सामान रखा हो तो वह सब हटा दें। वास्तु के अनुसार सबसे अधिक महत्वपूर्ण यह है कि घर का पूजा स्थल उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। यदि आपके घर में मंदिर उत्तर-पूर्व दिशा में न हो तो पानी पीते समय आपका मुंह ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व दिशा की ओर होगा तो बेहतर रहेगा।
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आपके बाथरूम में या अन्य किसी स्थान पर नल से पानी टपकता न हो, क्योंकि वास्तु के अनुसार ऐसा होने पर आपको पैसों की तंगी का सामना करना पड़ सकता है। बैडरूम में राधा और कृष्ण की फोटो लगाने पर पति-पत्नी के बीच प्रेम में बढ़ौतरी होती है। घर के भारी सामान या अनावश्यक वस्तुओं को घर के दक्षिण-पश्चिम भाग में रखना चाहिए। अन्य किसी स्थान पर भारी सामान रखना वास्तु के अनुसार अशुभ माना जाता है। घर में बाथरूम या किचन के लिए पानी की सप्लाई उत्तर-पूर्व दिशा से लेना अच्छा रहता है।
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शयनकक्ष में पलंग का सिरहाना दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। ध्यान रखें सोते समय आपका सिर दक्षिण दिशा में व पैर उत्तर दिशा में हो तो बेहतर रहता है। यदि ऐसा न हो तो पश्चिम दिशा में सिरहाना या सिर रख सकते हैं।
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खाना खाते समय ध्यान रखें कि आपका मुंह दक्षिण-पूर्व दिशा में हो। ऐसा करने पर भोजन से पूरी शक्ति प्राप्त होती है और वास्तु दोषों का नाश होता है। ध्यान रखें यदि भवन के सामने उत्तर-पूर्व दिशा का फर्श दक्षिण-पश्चिममें बने फर्श से ऊंचा है तो दक्षिण-पश्चिम दिशा के फर्श को ऊंचा करें। ऐसा नहीं कर सकते तो पश्चिम दिशा के कोने में एक प्लेटफार्म अवश्य बनवाएं।
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Niyati Bhandari

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