केजरीवाल हरियाणा में गैर भाजपा, गैर कांग्रेस मोर्चा बनाने की फिराक में

punjabkesari.in Tuesday, Dec 11, 2018 - 10:55 AM (IST)

अम्बाला(रीटा/सुमन): अगले कुछ महीनों में आने वाले लोकसभा चुनाव के चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अब हरियाणा में गैर भाजपा व गैर कांग्रेस मोर्चा बनाने की कोशिश में हैं। पिछले कुछ महीनों में वह हरियाणा के करीब 12 दौरे कर चुके हैं। उन्हें इस बात का अंदाजा है कि यहां पांव जमाना दिल्ली की तरह आसान नहीं है। दिल्ली में तो अन्ना आन्दोलन से मिली शोहरत के बलबूते पर वह राजनीति की सीढिय़ों पर आसानी से चढ़ गए थे लेकिन हरियाणा में सब कुछ उन्हें खुद ही करना पड़ेगा। 

वह इनैलो से अलग हुए दुष्यंत चौटाला व कांग्रेस, भाजपा से दूरी बना चुके कुछ अन्य नेताओं से तालमेल की कोशिश में हैं। संभव है हरियाणा कि राजनीति के हाशिये पर खड़े कुछ नेता आगे बढ़कर उनका हाथ थाम लें। हरियाणा की राजनीति दिल्ली की तरह सीधी सपाट नहीं, बल्कि काफी जटिल है, यहां जातिगत वोट बैंक के समीकरण को साधना आसान नहीं है। फिलहाल उन्होंने अपनी ताकत दक्षिणी हरियाणा में झोंकी हुई है। 'आप' सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जी.टी. रोड बैल्ट में संगठन को मजबूत करने लिए रणनीति तैयार की जा रही है जिसकी जिम्मेदारी पार्टी के हरियाणा के प्रभारी व दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री गोपाल राय व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंदी को सौंपी गई है। 'आप' नेताओं को उम्मीद है है कि दिल्ली मॉडल के जरिये वे राज्य के लोगों के बीच अपनी जगह बना पाएंगे।

केजरीवाल ने दिल्ली की तरह हरियाणा में भी अपनी राजनीति के शुरूआत  आक्रामक तेवरों के साथ की है। उन्होंने हरियाणा के स्कूलों व अस्पतालों पर सवाल खड़ा करके मुख्यमंत्री मनोहर लाल को दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक व स्कूलों का दौरा करने के लिए बार-बार ललकारा। अब वह राज्य में स्कूल, अस्पताल रैलियों की शुरूआत करके इसे एक बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश में हैं। दिल्ली में सत्ता में आने पहले व बाद में भी वह हमेशा विवादों में रहे, हरियाणा में भी वैसा ही कुछ करने के मूड में नजर आते हैं।

केजरीवाल वैश्य समाज से हैं इसलिए वह यहां इस समाज को अपना बड़ा वोट बैंक बनाने के हरसंभव कोशिश करेंगे। अभी हाल में उन्होंने केंद्र सरकार पर दिल्ली के लाखों वैश्य समाज के वोटों को मतदाता सूची से काट देने का आरोप लगाया। उनकी कोशिश है कि वैश्य, बनिया, ब्राह्मण व पंजाबी समाज का समर्थन हासिल किया जाए। 'आप' हरियाणा के अध्यक्ष नवीन जयहिंद ब्राह्मण समाज से हैं। उन्होंने पार्टी को खड़ा करने के लिए दिन-रात एक कर रखा है। भाजपा, कांग्रेस व इनैलो का बूथ स्तर तक का संगठन बना हुआ है, जबकि 'आप' ने अभी इसे खड़ा करना है।

 
 


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Rakhi Yadav

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