संघेड़ा गऊशाला के प्रमुख ने कत्ल कर शव 10 फुट गहरे गड्ढे में दबाया

punjabkesari.in Tuesday, Dec 11, 2018 - 10:45 AM (IST)

जगराओं/बरनाला (भंडारी,विवेक सिंधवानी): संघेड़ा गऊशाला के प्रमुख संत ने पैसों के लालच में अपने भाई व सेवादार के साथ मिलकर अगवाकर एक संत का कत्ल कर दिया। संत अजायब सिंह का कत्ल करके शव को गऊशाला में ही दबा दिया।
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जगराओं पुलिस ने एस.पी. रूपिन्द्र भारद्वाज के नेतृत्व में बरनाला पुलिस व मैजिस्ट्रेट की हाजिरी में आरोपी गौशाला के प्रमुख भोला सिंह, उसके भाई बलवीर सिंह वीरा व दया सिंह पुत्र शमशेर सिंह निवासी जम्मू की निशानदेही पर गांव रतना जिला लुधियाना टिब्बा गुरुद्वारा साहिब के संत अजायब सिंह का शव बरामद कर लिया, जो बरनाला के गांव संघेड़ा रोड पर बनी गौशाला के पीछे जमीन में लगभग 10 फुट गहरा दबाया हुआ था। डी.एस.पी. (डी.) ने बताया कि बाबा अजायब सिंह का शव कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम सुधार के सिविल अस्पताल में करवाया गया, जिनके सिर से छेद हुआ मिला, जिससे गोलीनुमा लोहे की घातु बरामद हुई है, जिसकी जांच करवाई जा रही है। आरोपियों को अदालत में पेशकर उनका 3 दिन का रिमांड हासिल किया है।
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4 दिसम्बर को इनोवा गाड़ी में बैठाकर संत अजैब सिंह को लेकर आया था दया सिंह
जानकारी देते जिला जगराओं पुलिस के एस.पी. रूपिन्द्र भारद्वाज ने बताया कि 4 दिसम्बर को संघेड़ा गऊशाला के प्रमुख भोला सिंह का संत अजायब सिंह को फोन आया कि आप संघेड़ा गऊशाला आ जाओ आपको हमने कार सेवा देनी है। संत अजायब सिंह को लेने के लिए संत भोला सिंह ने अपने सेवादार दया सिंह को गांव रतना में भेज दिया। वह संत अजायब सिंह को गाड़ी में बैठाकर संघेड़ा गऊशाला में ले आया व एक कमरे में बंदी बना लिया। रात समय संत भोला सिंह, उसके भाई बलवीर सिंह बीरा व सेवादार दया सिंह ने उनसे पैसों की मांग की। जब उन्होंने कहा कि हमारे पास कुछ नहीं तो पहले संत अजैब सिंह को इन्होंने विशैला टीका लगा दिया। जब फिर भी इनकी मौत न हुई तो उनके सिर पर रॉड मारकर उनका कत्ल कर लिया। इसके बाद पहले से ही गऊशाला में खोदे गड्ढे में शव को फैंक दिया।
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सेवादारों ने 6 दिसम्बर को करवाई थी संत अजायब सिंह की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज
संत अजायब सिंह के सेवादारों हरप्रीत सिंह व गुरप्रीत सिंह ने बयान दर्ज करवाए थे कि संत अजायब सिंह 4 दिसम्बर से गायब है। पुलिस ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी थी व नंबर ट्रेस करने के बाद उनका फोन गांव सहजड़ा की टावर लोकेशन के बाद बंद आ रहा था। दया सिंह उनको अपने साथ लेकर गया था। 5 दिसम्बर को जब सेवादारों ने संत अजायब सिंह के मोबाइल पर फोन किया तो आरोपियों द्वारा कहा गया कि संत बीमार है बाद में बात करवाएंगे। जब 6 दिसम्बर तक भी संत वापस न आए तो पुलिस ने दया सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सारी घटना सामने आ गई। पुलिस ने संत भोला सिंह व उसके भाई बलवीर सिंह बीरा को हिरासत में ले लिया व पूछताछ करने के बाद उन्होंने माना कि संतों का कत्ल करके शव को गौशाला में दबा दिया है। आज भारी पुलिस फोर्स साथ लेकर जगराओं पुलिस व बरनाला पुलिस ने शव बरामद करके अपने कब्जे में ले लिया। बातचीत करते एस.पी. जगराओं रूपिन्द्र भारद्वाज ने कहा कि आरोपी संत भोला सिंह, उसके भाई बलवीर सिंह बीरा व सेवादार दया सिंह खिलाफ कत्ल का केस दर्ज करके उनको गिरफ्तार कर लिया है। उनसे इस मामले में गहराई से पूछताछ की जाएगी।


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