बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने से जुड़ी नई-पुरानी योजनाओं का आज होगा रिव्यू

punjabkesari.in Tuesday, Dec 11, 2018 - 08:41 AM (IST)

लुधियाना(हितेश): नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में रिपोर्ट दाखिल होने से पहले लोकल बॉडीज विभाग के प्रिंसीपल सैक्रेटरी ने बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने से जुड़ी योजनाओं का रिव्यू करने का फैसला किया है। यहां बताना उचित होगा कि बुड्ढे नाले में प्रदूषण की समस्या को लेकर एन.जी.टी. ने सख्त रुख अख्तियार किया हुआ है जिसके तहत पंजाब सरकार को 50 करोड़ का जुर्माना लगाया जा चुका है। इसके बाद से सरकार व नगर निगम ने बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में चल रही कोशिशों को सिरे चढ़ाने की कवायद एकाएक तेज कर दी है। इसके तहत बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने से जुड़ी नई-पुरानी योजनाओं का रैगुलर रिव्यू किया जा रहा है। इसके लिए लोकल बॉडीज विभाग के प्रिंसीपल सैक्रेटरी द्वारा मंगलवार को संबंधित अधिकारियों की मीटिंग बुलाई गई है। 

बुड्ढे नाले में साफ  पानी छोड़ने की भी योजना

बुड्ढे नाले का पानी सतलुज दरिया के जरिए मालवा व राजस्थान तक जा रहा है, जिस पानी में कैमिकल की मात्रा काफी ज्यादा होने की वजह से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी फैल रही है। इसका हल इंडस्ट्री के लिए अलग से लग रहे ट्रीटमैंट प्लांट चालू होने के बाद ही हो सकता है, क्योंकि नगर निगम के ट्रीटमैंट प्लांट को डोमैस्टिक पानी के हिसाब से डिजाइन किया गया है, जहां पहुंच रहे इंडस्ट्रियल पानी को साफ  करने का कोई फायदा नहीं हो रहा है। इसके मद्देनजर सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट की टैक्नोलॉजी व कैपेसिटी अपग्रेड करने की योजना बनाई गई है, जिसके पूरा होने तक बुड्ढे नाले में प्रदूषण कम करने के लिए 200 क्यूसिक साफ  पानी छोड़ने की योजना बनाई गई है, जिस बारे में प्रिंसीपल सैक्रेटरी की मीटिंग में चर्चा की जाएगी।

सोनी के बाद कैप्टन ने अपने पास रखा हुआ है विभाग

बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने की योजना को सिरे चढ़ाने की जिम्मेदारी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के पास भी है, जो साइंस एंड टैक्नोलॉजी विभाग के अधीन आता है। यह विभाग पहले ओ.पी. सोनी के पास था, लेकिन अब चीफ मिनिस्टर ने यह विभाग अपने पास रख लिया है।

सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट की अपग्रेडेशन के बाद ही पक्के किए जा सकते हैं किनारे

बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने की योजना में किनारे पक्के करने का पहलू भी शामिल किया गया है, लेकिन यह काम सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट की अपग्रेडेशन के बाद ही हो सकता है, क्योंकि किनारे पक्के करने से नाले में गिर रहे सीवरेज लाइन के पानी को बंद करना पड़ेगा, लेकिन ऐसा करने के लिए सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट का लोड बढ़ाना पड़ेगा, जो योजना फिलहाल फंड की कमी के कारण फाइलों का हिस्सा बनकर रह गई है, जिस कारण आम तौर पर पानी को साफ किए बिना ही बुड्ढे नाले में गिराया जा रहा है।


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