वर्ष 2018 में चोरी की वारदातों का लेखा, दुकान, मकान, वाहन कुछ सुरक्षित नहीं

punjabkesari.in Sunday, Dec 09, 2018 - 03:04 PM (IST)

सिरसा(सेतिया): इसी साल 13 अक्तूबर को फरीदाबाद की ग्रीन फील्ड कालोनी से चोर एक क्रेटा कार चोरी कर ले गए। एक रोज पहले चारों ने भिवानी जिला के बवानीखेड़ा कस्बे के मुख्य बाजार से ए.टी.एम. मशीन उखाड़कर ले गए। मशीन में 20 लाख थे। वाहन चोरी एवं घरों-दुकानों में चोरी की वारदातों के बढ़ते ग्राफ से देहात से लेकर पॉश इलाकों में रहने वाले लोग न तो अपने वाहन को सुरक्षित मान रहे हैं और न ही घर-दुकान को। वाहन चोरी के मामले में तो हर साल करीब 15 हजार चोरियों की संख्या के साथ दिल्ली के बाद हरियाणा देश में 56.2 क्राइम की दर से दूसरे स्थान पर है। इस साल ही जनवरी से लेकर अक्तूबर माह तक ही 15 हजार 234 वाहन चोरी हो चुके हैं। इनमें दोपहिया वाहनों की संख्या अधिक है। 2016 में 15634 जबकि पिछले साल साढ़े 15 हजार वाहन चोरी हुए।

इस लिहाज से हर रोज 50 वाहन चोरी की वारदातें हो रही हैं। घरों-दुकानों में बात करें तो हर साल 6 हजार से अधिक चोरियां हो रही हैं। दरअसल, हरियाणा में चोरी की वारदातों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। ङ्क्षचतनीय पहलू यह है कि चोरी की कुल वारदातों में से पुलिस 70 प्रतिशत वारदातों को ट्रेस ही नहीं कर पाती। वाहन तो बिल्कुल ही सुरक्षित नहीं हैं। खास बात यह है कि हरियाणा में वाहन चोरी के बड़े गैंग सक्रिय हैं। इस बात के संकेत उस समय मिले जब 2016 में गुरुग्राम पुलिस ने एकसाथ असम, बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, बंगाल से 93 चोरीशुदा बाइक बरामद कर एक गैंग का पर्दाफाश किया।

पुलिस जांच में सामने आया कि अधिकांश वाहन चोर बड़े वाहनों को यहां से यू.पी. के रास्ते नेपाल ले जाकर बेच देते हैं। इस साल ही जनवरी से लेकर अक्तूबर माह तक 15 हजार 234 वाहन चोरी हुए हैं। पुलिस महज 25 फीसदी घटनाओं को ट्रेस कर पाई है और इन मामलों में करीब 1389 लोगों को काबू किया। इसी तरह से इस साल अक्तूबर माह तक घरों-दुकानों आदि में चोरी की 6302 चोरी की वारदातें हुईं। नैशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार ही हरियाणा दिल्ली के बाद वाहन चोरी के मामले में दूसरे स्थान पर है। दिल्ली में हर साल करीब 34 हजार वाहन चोरी होते हैं, इसके बाद हरियाणा में हर साल 15 हजार वाहन चोरी होते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार अधिकांश वारदातों में ट्रैस रेट के मामले में भी हरियाणा फिसड्डी है। 2014 में 188 करोड़ की चोरी की वारदातों में पुलिस 69.4 करोड़ की वारदातों को जबकि 2015 में कुल 169.2 करोड़ में से पुलिस 61.8 करोड़ की वारदातों को ट्रेस कर पाई। इसी तरह से 2016 में 261.5 करोड़ की चोरी की वारदातों में से पुलिस 76.8 करोड़ यानी महज 29.4 प्रतिशत वारदातों को टे्रस कर सकी। ‘पुलिस वाहन चोरी की कई वारदातों को ट्रेस करने में पुलिस ने सफलता हासिल की है। पिछले दिनों ही पुलिस ने वाहन चोर गिरोह को पकडऩे में सफलता हासिल करते हुए 15 मोटरसाइकिल भी बरामद किए हैं। पुलिस अपना काम कर रही है।’ - अरुण नेहरा, पुलिस अधीक्षक, सिरसा।


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Deepak Paul

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