ईशा अंबानी की शादी, विमान कंपनियों की चांदी

punjabkesari.in Saturday, Dec 08, 2018 - 04:11 PM (IST)

नई दिल्लीः उदयपुर का महाराणा प्रताप हवाईअड्डा इस हफ्ते बहुत व्यस्त रहने वाला है। इसकी वजह है एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी और पीरामल समूह के प्रमुख अजय पीरामल के बेटे आनंद पीरामल की शादी का जश्न। इस जश्न में शामिल होने वाले मेहमानों को लेकर 200 से अधिक चार्टर विमान उदयपुर पहुंचेंगे।

PunjabKesariटाटा सिंगापुर एयरलाइंस की संयुक्त उपक्रम विस्तारा दिल्ली और मुंबई से कम से कम दस चार्टर उड़ान उदयपुर ले जा रही है। इसके अलावा स्पाइसजेट, जेट एयरवेज और एयर एशिया भी उदयपुर के लिए दस उड़ानें संचालित कर रही हैं। 

रिलायंस के बेड़े में 11 विमान और तीन हेलीकॉप्टर
अंबानी और पीरामल परिवार उदयपुर में शादी से पहले जश्न मना रहे हैं। एक विमानन कंपनी के कार्यकारी ने कहा, 'सर्दी के व्यस्त मौसम में चार्टर उड़ानें संचालित करना सामान्य बात नहीं है। कोई कंपनी तभी चार्टर स्वीकार करती है जब यह बेहद आकर्षक होती है। अन्यथा वह इनकार कर देती है। अंबानी परिवार हर उड़ान के लिए अच्छा पैसा दे रहा है।' सभी विमानन कंपनियों ने बुकिंग के बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।  इसके अलावा रिलायंस समूह मेहमानों को लाने के लिए अपने विमानों का भी इस्तेमाल कर रहा है। उद्योग के एक सूत्र ने कहा, 'रिलायंस के पास अपनी विमान सेवा है। साथ ही कई मेहमान पर्सनल चार्टर से शादी में पहुंचेंगे।' रिलायंस के बेड़े में 11 विमान और तीन हेलीकॉप्टर हैं। 

PunjabKesariभारी संख्या में विमानों की आवाजाही के कारण उदयपुर हवाईअड्डे के अधिकारियों ने डे लाइट वॉच अवधि को शाम चार बजे तक बढ़ाने का फैसला किया है। अमूमन सुबह साढ़े पांच बजे से दोपहर पौने दो बजे तक ही इसकी अनुमति होती है। अलबत्ता इस छोटे से हवाईअड्डे पर पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। इसलिए विमानों को नाइट पार्किंग के लिए जयपुर और अहमदाबाद लौटना होगा। उदयपुर हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने कहा, 'अमूमन इस हवाईअड्डे पर रोजाना 20 उड़ानें संचालित की जा सकती हैं। इस बार विमानों की संख्या बहुत अधिक होगी लेकिन हम इसके लिए तैयार हैं क्योंकि अधिकांश मेहमान सुबह आएंगे।'

PunjabKesariशादियों में अब चार्टर की भारी मांग नहीं 
चार्टर विमान कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि शादी के मौसम में चार्टर उड़ानों की संख्या बढ़ जाती है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसमें कुछ कमी आई है। निजी विमानों के एग्रीगेटर बैरन लक्जरी ऐंड लाइफस्टाइल्स के सचित वाधवा ने कहा, 'बेतहाशा खर्च वाली शादियों का चलन अब कम हो गया है जिससे शादियों के मौसम में चार्टर कारोबार प्रभावित हुआ है। अंबानी परिवार की शादी एक अपवाद है लेकिन शादियों में अब चार्टर की भारी मांग नहीं रहती है।' 

विधानसभा चुनाव से चार्टर उड़ानों में तेजी 
एग्रीगेटर बैरन लक्जरी ऐंड लाइफस्टाइल्स के सचित वाधवा का कहना है कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव से चार्टर उड़ानों में तेजी आई है। दिल्ली की एक चार्टर कंपनी के कार्यकारी ने कहा, 'चार्टर की दरें, खासकर दोहरे इंजन वाले हेलिकॉप्टरों की दरों में बहुत तेजी आई है। शीर्ष मंत्रियों और बड़े नेताओं के बीच इनकी भारी मांग है। ऐसा इसलिए है क्योंकि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के नियमों के तहत अति महत्त्वपूर्ण लोग एक इंजन वाले हेलिकॉप्टर में यात्रा नहीं कर सकते हैं।' आमतौर पर चुनावों में उड़ान की योजना प्रचार शुरू होने से छह-सात महीने पहले बन जाती है। चार्टर उड़ानों के लिए चुनावी मौसम 45 से 60 दिन का होता है। इस दौरान 30 दिन बहुत व्यस्त होते हैं। 

योजना के चरण में चार्टर ब्रोकर अग्रिम भुगतान करके चार्टर्ड प्लेन कंपनियों से उड़ान के घंटे खरीद लेते हैं। उदाहरण के लिए कोई ब्रोकर किसी विमान के लिए 30 दिन का 90 घंटे का समय खरीद सकता है और फिर उसे किसी राजनीतिक दल को उसकी जरूरत के आधार पर बेच सकता है। उद्योग के सूत्रों के मुताबिक देश में रोजाना 100 से 150 गैर अधिसूचित और चार्टर उड़ानें संचालित होती हैं। इनमें से करीब आधी मुंबई और दिल्ली से होती हैं।
 


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jyoti choudhary

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