बढ़ सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम, OPEC देश उम्मीद से ज्यादा तेल उत्पादन घटाने को हुए राजी

punjabkesari.in Saturday, Dec 08, 2018 - 12:13 PM (IST)

नई दिल्लीः कच्चे तेल की गिरती कीमतों को थामने के लिए तेल उत्पादक देशों का संगठन OPEC उत्पादन में कटौती के लिए राजी हो गया है। दो दिन तक चली बैठक में ओपेक देशों के बीच 12 लाख बैरल प्रति दिन (एमबीडी) की कटौती पर सहमति बनी। हालांकि यह कटौती उम्मीद से काफी ज्यादा है, इसीलिए यह खबर आते ही इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड की कीमतें 5.4 फीसदी तक बढ़ गईं। माना जा रहा है कि इसका भारत पर भी खासा असर पड़ेगा और एक बार फिर से पेट्रोल-डीजल महंगा हो सकता है।

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ओपेक देशों के बीच हुआ समझौता यूं तो पहली जनवरी से प्रभावी होगा लेकिन पेट्रोल की कीमतें अभी से बढ़नी शुरू हो गई है। भारत अपनी जरूरत का ज्यादातर कच्चा तेल आयात करता है। ऐसे में कीमत में इजाफे का भारतीय अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ने की आशंका है, जो मोदी सरकार के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।

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दुनिया भर में तेल उत्पादन का आधा हिस्सा ओपेक और उसके साझेदार देशों से ही आता है। ओपेक की हुई अहम बैठक में यह एकराय बनी कि तेल उत्पादन अधिक होने की वजह से पिछले दो महीने में कीमतें 30% से ज्यादा गिरी हैं।

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बता दें कि 12 नवंबर 2014 से लेकर 31 जनवरी 2016 तक केंद्र सरकार ने पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स पर नौ बार एक्साइज़ बढ़ाया। इससे पेट्रोल की कीमत में 9.94 रुपए तथा डीजल में 11.71 रुपए का इजाफा हुआ था। हालांकि बीते दिनों आम लोगों को तेल की बढ़ती कीमतों से राहत के लिए सरकार ने एक्साइज़ ड्यूट में दो बार कुल 3.50 रुपए की कटौती की थी। भारत दुनिया का तीसरा बड़ा तेल आयातक देश है, जो कि अपनी जरूरत का 80% तेल आयात करता है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार कच्चे तेल की कीमत उचित स्तर पर रखने के लिए ओपेक से लगातार बातचीत कर रही है।


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jyoti choudhary

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