किसी ने नहीं समझा इस परिवार का दर्द, 7 साल बाद भी दीये की रोशनी में रातें काटने को मजबूर

punjabkesari.in Tuesday, Nov 20, 2018 - 01:02 PM (IST)

चम्बा : मूलभूत सुविधाओं को घर-घर पहुंचाने के लिए केंद्र, राज्य सरकार जहां आए दिन किसी न किसी मंच से बड़े-बड़े दावे कर रही हैं, वहीं जिला चम्बा की कैला पंचायत के अधीन अलुहूणी गांव का एक परिवार गत 7 वर्षों से दीये की रोशनी में रातें काटने को मजबूर है। बिजली कनैक्शन लेने के लिए राजनेताओं से लेकर पंचायत प्रतिनिधियों सहित संबंधी विभाग से कई बार गुहार लगाई पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। जब इस मामले की गहनता से छानबीन की गई तो ज्ञात हुआ कि विद्युत बोर्ड चम्बा क्षेत्र स्टाफ अलूहुणी गांव में एक मकान पर अधिक खर्च होने के चलते टाल-मटौल कर गत वर्षों से मूलभूत सुविधा मुहैया करवाने से जहां टल रहा है, वहीं पंचायत द्वारा इस दिशा में हस्तक्षेप करने पर बोर्ड स्टाफ ने विद्युत पोल की मांग कर पंचायत प्रतिनिधियों तक को खामोश कर डाला है।

जिला मुख्यालय से करीब 28 कि.मी. दूर स्थित कैला पंचायत है जिसके बाद पैदल सफर तय करने के बाद मुहाल कुठेड़ व उसके बाद गांव अलूहुणी पड़ता है। 
पंचायत कैला के मुहाल कुठेड़ तक बिजली व्यवस्था होने सहित अंतिम गालू नामक स्थल पर बिजली का अंतिम पोल लगा हुआ है लेकिन इससे करीब डेढ़ कि.मी. की दूरी पर अलूहुणी नामक एक पहाड़ी पर हनीफ पुत्र अल्फदीन निर्धन व्यक्ति का मकान है जिसके आसपास अन्य कोई भी मकान नहीं है।

पहाड़ी के एक छोर पर एक ही मकान होने पर पंचायत द्वारा इस परिवार को वोट बैंक तौर पर हर चुनाव में इस्तेमाल तो किया जा रहा है लेकिन परिवार को हर मूलभूत सुविधा मुहैया करवाने में क्षेत्र प्रतिनिधि सक्रिय भूमिका बीते वर्षों में निर्वाह नहीं कर पाए हैं जबकि पंचायत अधीन गांव अलूहुणी में हनीफ व उसकी पत्नी अपने 6 बच्चों के साथ अंधेरे में रातें काट रहे हैं।


 


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kirti

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