हरियाणा की जेलों में बंद 107 कैदी एच.आई.वी. पॉजीटिव

punjabkesari.in Tuesday, Nov 20, 2018 - 10:43 AM (IST)

चंडीगढ़(अर्चना सेठी): हरियाणा की 19 जेलों में बंद कैदियों की एच.आई.वी. स्क्रीनिंग के पहले चरण में 107 पॉजीटिव और 140 में हैपेटाइटिस सी का खुलासा हुआ है। इमैनुअल हॉस्पिटल एसोसिएशन के सहयोग से हरियाणा स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी ने जेलों में स्क्रीनिंग प्रोजैक्ट चलाया है। सूत्रों की मानें तो अम्बाला, रोहतक, करनाल, गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, जींद आदि जिलों की जेलों में 10 से अधिक कैदियों के एच.आई.वी. की गिरफ्त में होने के संकेत मिले हैं। कुछ ऐसी जेलें भी हैं जहां 20 से अधिक कैदियों के एच.आई.वी. पीड़ित होने का खुलासा हुआ है। 

गत दिन हरियाणा स्टेट वूमैन कमीशन ने जेलों के औचक निरीक्षण के बाद राज्य सरकार से सिफारिश की थी कि एच.आई.वी. कैदियों को रोहतक शिफ्ट कर दिया जाए ताकि वहां स्थित एंटी रेट्रो वायरल ट्रीटमैंट (ए.आर.टी.) सैंटर में इलाज मिल सके। 19 जेलों में 19,866 कैदी हैं जिनमें से 16000 की एच.आई.वी. जांच की जा चुकी है। गुरुग्राम की जेल में 2100 कैदी हैं लेकिन कैद और रिहा होने वाले 4300 कैदियों की एच.आई.वी. स्क्रीनिंग की जा चुकी है। यहां करीब 20 एच.आई.वी. पॉजीटिव, सोनीपत जेल में 15 एच.आई.वी. ग्रस्त कैदी सामने आ चुके हैं। अम्बाला में 20 से अधिक एच.आई.वी. मरीज सामने आ चुके हैं।

पंजाब की तर्ज पर हरियाणा की जेलों में कैदियों की एच.आई.वी. स्क्रीनिंग का काम शुरू किया गया था। पंजाब की 9 सैंट्रल जेलों में बंद 18000 कैदियों में से 1630 में एच.आई.वी. की पुष्टि हुई थी। उधर, चंडीगढ़ की जेल में 24 कैदी एच.आई.वी. पॉजीटिव पाए गए थे जिनका ए.आर.टी. ट्रीटमैंट शुरू किया जा चुका है। दूसरे चरण में शेष 3000 कैदियों की स्क्रीनिंग की जानी है। सूत्रों की मानें तो दूसरे चरण में पलवल, पानीपत, रेवाड़ी की जेलों में बंद कैदियों की एच.आई.वी. स्क्रीनिंग की जाएगी।

हरियाणा में एच.आई.वी. संक्रमितों की संख्या
नैशनल एड्स कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (नाको) के आंकड़ों की मानें तो हरियाणा में मौजूदा समय में एच.आई.वी. संक्रमित रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वर्ष 2016-17 में रोगियों की संख्या 23,172 हो चुकी है जबकि वर्ष 2010-11 में तादाद 18,458 थी और वर्ष 2007-08 में 15,380 थी। एच.आई.वी. संक्रमित बच्चों की तादाद मौजूदा समय में 1237 है, जबकि वर्ष 2010-11 में 925 और वर्ष 2007-08 में संख्या 733 थी।  संकेत हैं कि वर्ष 2017-18 में एच.आई.वी. संक्रमित रोगियों की तादाद 24,000 के करीब पहुंच चुकी है। 

रोहतक के ए.आर.टी. सैंटर में मौजूदा समय में रजिस्टर एच.आई.वी. पेशैंट्स में जींद से 2898, हिसार से 2368, रोहतक से 2428, झज्जर से 1685, भिवानी से 1921, सोनीपत से 2277, पानीपत से 1426, कैथल से 1191, सिरसा से 857, फरीदाबाद से 71, यमुनानगर से 21, अम्बाला से 15, पंचकूला से 1, गुरुग्राम  से 291, मेवात से 215, पलवल से 128, फतेहाबाद से 686, कुरुक्षेत्र से 67 और अन्य जिलों से 766 पेशैंट्स को रजिस्टर किया गया है। अम्बाला, पंचकूला, यमुनानगर के एच.आई.वी. पेशैंट्स पी.जी.आई. चंडीगढ़, दिल्ली के नजदीक जिलों वाले दिल्ली के एम्स आदि अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंच जाते हैं इस वजह से रोहतक के ए.आर.टी. सैंटर में एच.आई.वी. पेशैंट्स की संख्या कम मिल रही है।

20 जिलों में शुरू कर दी है एच.आई.वी. पेशैंट्स की पहचान
हरियाणा स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी ने 20 जिलों में एच.आई.वी. ग्रस्त रोगियों की पहचान का काम शुरू कर दिया है। रैड क्रास सोसायटी के सहयोग से हाई रिस्क ग्रुप (फीमेल सैक्स वर्कर, मैन सैक्स मैन, ट्रांसजैंडर और इंजैक्टिबल ड्रग यूजर्स) की पहचान की जा रही है। रेवाड़ी, मेवात, महेंद्रगढ़ और दादरी जिलों में स्टाफ की कमी के चलते रोगियों की पहचान का काम शुरू नहीं हो सका है परंतु बाकी जिलों में पी.आर. ग्रुप एच.आई.वी. पहचान, जांच और इलाज का काम शुरू कर चुके हैं। शुरूआती चरण में 2500 फीमेल सैक्स वर्कर्स में से 9, 1250 मैन सैक्स मैन में से 12, 616 इंजैक्टिबल ड्रग यूजर्स में से 3 में एच.आई.वी. संक्रमण की पुष्टि हुई है बाकी के हाई रिस्क ग्रुप की पहचान और जांच का काम चल रहा है।
 


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Rakhi Yadav

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