पंजाब सरकार की मुहिम से प्रभावित होकर किसान ने नहीं जलाई पराली

punjabkesari.in Tuesday, Nov 20, 2018 - 10:25 AM (IST)

बठिंडा (विजय): पंजाब सरकार द्वारा धान की पराली न जलाने संबंधी चलाई जा रही मुहिम से प्रभावित होकर गांव जय सिंह वाला के किसान लखविंद्र सिंह बराड़ ने इस बार पराली को नहीं जलाया। पर्यावरण प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते लखविंद्र सिंह ने फैसला किया कि वह पराली को आग लगाने की बजाय उसकी बेलर के जरिए गठरियां बनाएगा। 

किसान ने माना, मिट्टी की उपजाऊ शक्ति होती है खत्म
किसान ने बताया कि वह अपने 31 एकड़ खेतों में धान की खेती करता है और अन्य किसानों को देखकर वह अपने खेत में पराली को आग लगाने की गलती करता रहा है परन्तु इस बार हवा प्रदूषण कारण पैदा होती सेहत समस्याओं व आग लगाने कारण कम होती मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को बचाने के लिए उसने पराली को आग नहीं लगाई। 


बेलर ऑप्रेटरों से संपर्क कर पराली की बनवाईं गठरियां
 किसान ने बेलर ऑप्रेटरों से संपर्क कर धान की कटाई उपरांत अपने खेतों की पराली की गठरियां बनवाईं। किसान ने बताया कि 1 एकड़ से लगभग 2 टन पराली निकलती है, जिसको जलाने से न ही सिर्फ मित्र कीड़े मरते हैं बल्कि बहुकीमती पौष्टिक तत्व भी नष्ट हो जाते हैं। 


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