इंडियन टैक्नोमैक घोटाला: खुलने लगी परतें, कई चेहरे राडार पर

punjabkesari.in Tuesday, Nov 20, 2018 - 10:17 AM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल में करोड़ों रुपए के घोटाले को अंजाम देने वाली इंडियन टैक्नोमैक कंपनी की परतें धीरे-धीरे खुलती जा रही हैं। सी.आई.डी. जांच में ऐसे कई तथ्य उभर कर सामने आए हैं जिससे आगामी दिनों में कुछ अन्य चेहरों की दिक्कतें बढ़ सकती हैं। इनमें कई सरकारी मुलाजिम भी शामिल बताए जा रहे हैं। मामले की छानबीन के अंतर्गत सी.आई.डी. अब तक करीब 9 गिरफ्तारियां कर चुकी है। इनमें एक सेवानिवृत्त ई.टी.ओ. भी शामिल है। आगामी दिनों में जांच एजैंसी कुछ और लोगों को गिरफ्तार कर सकती है। 

सूत्रों के अनुसार सी.आई.डी. ने कुछ लोगों को पूछताछ के लिए भी तलब किया है। इसके साथ ही जांच एजैंसी को फोरैंसिंक लैब से भी कुछ रिपोर्ट्स मिलने का इंतजार है। करोड़ों रुपए के घोटाले का पर्दाफाश करने में जुटी सी.आई.डी. बाहरी राज्य से भी तथ्य खंगाल रही है। सूत्रों की मानें तो वर्ष 2014 में कर चोरी का मामला सामने आने के बाद से टैक्नोमैक कंपनी के प्रबंधन से जुड़े कुछ अधिकारी फरार चल रहे हैं। ऐसे में जांच टीम जगह-जगह उनकी तलाश कर रही है ताकि जल्द पूरे घोटाले की परतें उधेड़ी जा सकें। मामले की जांच के अंतर्गत कुछ बैंकों से भी रिकार्ड लिया गया है। 

छानबीन में हाथ लगे बिल-बैलेंस शीट
सी.आई.डी. को जांच के दौरान जो बिल, टर्नओवर और बैलेंस शीट के अलावा अन्य दस्तावेज मिले हैं, उनमें अधिकतर बिल और दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। ऐसे में आगामी दिनों में कई राज खुल सकते हैं।

उत्पादन ’यादा दर्शा कर ले लिया करोड़ों का कर्ज
नाहन में स्थापित की गई इंडियन टैक्नोमैक कंपनी प्रदेश में करोड़ों का गोलमाल कर फरार हो गई थी। सी.आई.डी. जांच में सामने आया है कि कंपनी ने जाली दस्तावेज तैयार कर क्षमता से अधिक उत्पादन दर्शाया और बैंकों से करोड़ों रुपए का कर्ज ले लिया। कंपनी ने वर्ष 2009 से लेकर 2015 तक उत्पादन ज्यादा दर्शाया। कंपनी ने घपला करने के साथ ही आयकर और टैक्स भी नहीं भरा। 


 


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Ekta

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