कड़ी सुरक्षा के बीच खुले सबरीमला मंदिर के कपाट
punjabkesari.in Friday, Nov 16, 2018 - 06:30 PM (IST)
कोच्चि: दो माह तक चलने वाले तीर्थयात्रा के लिए शुक्रवार शाम को कड़ी सुरक्षा के बीच सबरीमला मंदिर को खोल दिया गया। सभी आयुवर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की इजाजत दिए जाने के उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद हुए विरोध प्रदर्शनों और हिंसा के कारण हाल में मंदिर विवादों में रहा है। प्रधान पुजारी कंडारारू राजीवारू की मौजूदगी में जब शाम पांच बजे मंदिर के पट खोले गए तो बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने ‘‘स्वामी अयप्पा’’ का जयघोष किया। इस मौके पर दो नये पुजारियों एम एल वासुदेवन नंबूदरी (अयप्पा मंदिर) और एम एन नारायणन नंबूदरी (मलिकापुरम) ने पदभार संभाला। 41 दिनों तक चलने वाला मंडलम उत्सव मंडला पूजा के बाद 27 दिसंबर को संपन्न होगा जब मंदिर को ‘अथाझापूजा’ के बाद शाम को बंद कर दिया जाएगा। यह 30 दिसंबर को मकराविलक्कू उत्सव पर फिर से खुलेगा। मकराविलक्कू उत्सव 14 जनवरी को मनाया जाएगा जिसके बाद मंदिर 20 जनवरी को बंद हो जाएगा।
वहीं, भगवान अयप्पा के श्रद्धालु मंदिर में माहवारी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ अब भी अड़े हुए हैं। कोच्चि के नेदुमबासरी हवाई अड्डे पर नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला, जब सामाजिक कार्यकर्त्ता तृप्ति देसाई को उनकी छह महिला साथियों के साथ बाहर नहीं निकलने नहीं दिया गया। तृप्ति ने मंदिर में प्रार्थना करने का संकल्प लिया है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अयप्पा के मंत्रोच्चार के साथ प्रदर्शन किया। देसाई और उनकी सहयोगियों को करीब सात घंटे तक हवाई अड्डे के भीतर रोक कर रखा गया। स्थिति से निपटने के लिए बड़ी तादाद में पुलिसकर्मी हवाई अड्डे के घरेलू टर्मिनल पर मौजूद थे। एक ओर श्रद्धालु इस बात पर अड़े हुए हैं कि उन्हें हवाई अड्डे से बाहर नहीं आने दिया जाएगा
सबरीमला मंदिर मंडला मक्काराविल्लकु के लिए आज शाम पांच बजे खुला। इसे देखते हुए मंदिर के अंदर और आस-पास पुलिसकर्मियों की बड़ी तादात में तैनाती की गई है। इससे पहले दो बार मंदिर खुलने के दौरान काफी विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिसके चलते इस बार सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस महानिरीक्षक विजय सलीम ने पुलिसकर्मियों से सबरीमला में सख्त ड्रेस कोड का पालन करने को कहा है। हालांकि, मंदिर तक जाने वाली 18 सीढ़ियों पर मौजूद रहने वाले पुलिसकर्मियों को इससे छूट दी गई है। महिला पुलिसकर्मी और 860 महिला सिविल पुलिस अधिकारियों समेत करीब 15,000 कर्मियों की इस दौरान तैनाती की जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर के अपने आदेश में भगवान अयप्पा मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दे दी थी, लेकिन अभी तक कोई महिला दर्शन नहीं कर सकी।
Activist @TruptiDesai20 holed up inside the Kochi airport along with her supporters, as100s of people protest outside the airport. No taxi is ready to ferry her and police to provide protection once she comes out of the airport. #TruptiDesai wanted to reach
— MUGILAN CHANDRAKUMAR (@Mugilan__C) November 16, 2018
#Sabarimala 2morrow. pic.twitter.com/WO9PV3B73h
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