गुरु पर्व का नगर कीर्तन हुआ सियासत का शिकार

punjabkesari.in Friday, Nov 16, 2018 - 03:57 PM (IST)

जालंधर(बुलंद): गुरु नानक देव जी के पर नगर कीर्तन निकालने को लेकर शहर की सिख जत्थेबंदियों और सिख नेता पूरी तरह से सियासत का शिकार हो चुके हैं। इसका नतीजा यह निकला है कि नगर कीर्तन को सही तरीके से आयोजित करने के लिए जो 3 मैंबरी कमेटी बनाई गई थी, उसके तीनों मैंबर अकाली दल के प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण, सुरजीत सिंह चीमा और जगजीत सिंह गाबा ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

इस बारे में आज कई सिख नेताओं को साथ लेकर परमजीत सिंह भाटिया ने कान्फ्रैंस में कहा कि बड़ी जद्दोजहद से 17 नवम्बर को नगर कीर्तन का दिन तय किया गया था, जिससे समूह सिख संगत में खुशी की लहर फैल गई थी कि सारी सिख संगत एकजुट होकर नगर कीर्तन निकाल रही है, मगर अफसोसजनक बात यह रही कि 3 मैंबरी कमेटी ने दूसरे गुट की मनमर्जियों और उनकी सियासी चालों से परेशान होकर गत दिनों अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस मौके पर ज. अजीत सिंह (गु. दोआबा सिंह सभा), दविंद्र सिंह (गु. मोहल्ला गोबिंदगढ़), रणजीत सिंह राणा प्रधान सर्वधर्म वैल्फेयर सेवा सोसायटी, राजिंद्र सिंह भाटिया, गुरदेव सिंह भाटिया आदि ने कहा कि सांझे नगर कीर्तन के लिए गुरुद्वारा गुरु नानक मिशन में बैठक के दौरान लिखित समझौता किया गया था। इसमें कुलवंत सिंह मन्नण, सुरजीत सिंह चीमा, परमजीत सिंह भाटिया, मोहन सिंह ढींढसा शामिल थे।

इसके बाद 101 मैंबरी कमेटी बनाकर नगर कीर्तन के इंतजामों की ड्यूटियां लगाई गई थीं दूसरे गुट की मनमर्जी व गलत व्यवहार से आहत होकर 3 मैंबरी कमेटी का इस्तीफा देना बेहद अफसोसजनक है। इस मौके पर उनके साथ तेगा सिंह बल्ल, अरजिंद्र सिंह रेरू, राजिंद्र सिंह सभ्रवाल, गुरप्रीत सिंह डिप्टी, तेजिंद्र सिंह, करनैल सिंह, जयदीप सिंह, दीदार सिंह विरदी, गुरप्रीत सिंह, इंद्रजीत सिंह आदि मौजूद थे।  भाटिया ने कहा कि सारी लड़ाई ही गोलक की बनी हुई है। सैंट्रल टाऊन के गुुरुद्वारा दीवान अस्थान का सारा प्रबंध अब नई नगर कीर्तन कमेटी ही चलाएगी और अदालत में जो केस चला है, का फैसला जिसके हक में आएगा, प्रबंध उसे सौंप दिया जाएगा।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vatika

Recommended News

Related News