मौत का कट बन रहा अम्बेमाजरा चौराहा, श्रमिक हो रहे हादसों का शिकार

punjabkesari.in Friday, Nov 16, 2018 - 10:17 AM (IST)

मंडी गोबिंदगढ़(मग्गो): एशिया की सबसे बड़ी इस्पात नगरी के नाम से विख्यात मंडी गोबिंदगढ़ की ज्यादातर  बड़ी इंडस्ट्री जी.टी. रोड सरहिंद साइड स्थित है। इसमें से ब्रांडिड टी.एम.टी. तथा एंगल व चैनल की औद्योगिक इकाइयां या तो तलवाड़ा रोड तथा या फिर अम्बेमाजरा रोड व वजीराबाद रोड पर स्थित हैं।

इन औद्योगिक इकाइयों में काम पर जाने वाले श्रमिकों को देर-सवेर राष्ट्रीय राज मार्ग नंबर 1 जी.टी. रोड तलवाड़ा-अम्बेमाजरा से होकर गुजरना पड़ता है। इसमें से 90 फीसदी संख्या पैदल सफर करने वाले श्रमिकों की होती है। इस स्थान पर जब सड़क को 6 मार्गीय बनाया गया था तब पैदल सड़क को क्रास करने वाले श्रमिकों के लिए सड़क पार करने हेतु जी.टी. रोड पर एक पैदल पार पथ (पैडिएस्ट्रन ब्रिज) का निर्माण किया गया था लेकिन यह पुल निर्माण के कुछ ही समय बाद टूट गया, जिसे मुरम्मत के नाम पर सोमा के कर्मचारियों द्वारा खोल कर जी.टी. रोड सरहिन्द साइड पर ही रख दिया गया तथा सालों से यह टूटा हुआ पुल वहीं पड़ा जंगाल खा रहा है जबकि इस सड़क को पार करते हुए श्रमिक रोजाना ही सड़क हादसे का शिकार होक र अपनी जान गंवा रहे हैं। 

पुलिस रिकार्ड के अनुसार अभी तक अम्बेमाजरा-तलवाड़ा रोड को पार करते हुए दर्जनों श्रमिक इस स्थान से गुजर रहे वाहनों से टकरा कर मौत का ग्रास बन चुके हैं। इस संबंधी जी.टी. रोड पर स्थित औद्योगिक इकाइयों के मालिकों से बात करने पर उन्होंने बताया कि वह कई बार इस पुल को पुन: चालू करने की मांग सोमा के अधिकारियों से कर चुके हैं लेकिन उन पर कोई असर दिखाई नहीं देता। उन्होंने कहा कि लगता है एन.एच.ए.आई. को मानव जीवन का मूल्य नहीं पाता, तभी तो वह इस पुल को ठीक करवाने का नाम नहीं ले रहे। उद्योगपतियों ने जिला पुलिस व थाना प्रभारी मंडी गोङ्क्षबदगढ़ से मांग की है कि इस पुल को जल्द से जल्द ठीक करवा आरम्भ करवाया जाए ताकि अमूल्य मानव जीवन व वाहन चालकों को हादसों से बचाया जा सके। 


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