मनाली में सर्दियों का पहला हिमपात, सैलानियों ने जमकर उठाया लुत्फ

punjabkesari.in Thursday, Nov 15, 2018 - 11:37 PM (IST)

मनाली: पर्यटन नगरी मनाली में 4 साल बाद नवम्बर महीने में बर्फबारी हुई है। इस साल समय से पहले ही सॢदयों का आगाज हो गया है। इससे पहले 2014 में नवम्बर महीने में बर्फबारी हुई थी। बुधवार रात मालरोड में बर्फ के फाहे देख सैलानी होटलों से बाहर निकल आए। रोहतांग दर्रे में भी अढ़ाई फुट से अधिक हिमपात हुआ है। रोहतांग सहित लाहौल और मनाली की चोटियां बर्फ से लद गई हैं। लाहौल के जिला मुख्यालय केलांग में 3 इंच ताजा हिमपात हुआ है। कोकसर में 1 फुट जबकि सिस्सू से गोंधला तक 6 से 8 इंच बर्फबारी हुई है। दारचा घाटी में भी एक फुट से अधिक हिमपात हुआ है।

पट्टन घाटी में 3 से 6 इंच बर्फबारी
पट्टन घाटी में भी 3 से 6 इंच बर्फबारी हुई है। रोहतांग के इस ओर राहनीनाला में सवा 2 फुट, मढ़ी में पौने 2 फुट, ब्यासनाला में डेढ़ फुट, राहलाफाल में डेढ़ फुट, गुलाबा व फातरू में सवा फुट, कोठी व सोलंगनाला में पौना फुट व पलचान, कुलंग, मझाच में आधा फुट जबकि पर्यटन नगरी मनाली में अढ़ाई इंच बर्फबारी हुई है। ताजा बर्फबारी के बाद पलचान और सोलंगनाला सैलानियों का स्नो प्वाइंट बना हुआ है। मौसम साफ होते ही सैलानी पर्यटन स्थलों में उमड़ पड़े हैं और बर्फ की खेलों का आनंद ले रहे हैं। रोहतांग दर्रा अब सॢदयों के लिए बंद हो गया है। बी.आर.ओ. इसे अब अगले साल ही बहाल करेगा। रोहतांग दर्रा बंद होने से लाहौल और कुल्लू में 300 से अधिक लोग फंस गए हैं।

रोहतांग सुरंग से भेजे जाएं लोग
लाहौल एवं स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि भारी बर्फ बारी से रोहतांग दर्रा बंद हो गया है। उन्होंने लाहौल एवं स्पीति प्रशासन से आग्रह किया कि विपदा को देखते हुए लाहौल और कुल्लू में फंसे लोगों को रोहतांग सुरंग से आने-जाने की सुविधा दी जाए।


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Vijay

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