बेंगलुरु से बिलासपुर पहुंचा था डेंगू, 6 माह के आंकड़े कर देंगे हैरान

punjabkesari.in Thursday, Nov 15, 2018 - 04:45 PM (IST)

बिलासपुर: बिलासपुर जिला में पिछले 6 महीनों से फैला डेंगू खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के डेंगू को रोकने के लिए किए गए तमाम प्रयास विफल ही साबित हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के गृह जिला में ही स्वास्थ्य विभाग डेंगू की पूर्ण रोकथाम करने में नाकाम रहा है। 4 विधानसभा क्षेत्रों वाले बिलासपुर जिला में सत्ताधारी दल से संबंधित 3 विधायक हैं बावजूद इसके संबंधित विधायक प्रदेश सरकार से डेंगू की पूर्ण रोकथाम के लिए पुख्ता प्रबंध नहीं करवा पाए।

रोजना सामने आ रहे 2 से 3 मामले
हालांकि सर्दी का मौसम शुरू हो जाने के बाद डेंगू के मरीजों की संख्या में कमी आई है लेकिन इसके बावजूद भी जिला में डेंगू के 2 से 3 मरीज रोजना स्वास्थ्य विभाग के पास दर्ज हो रहे हैं। जिला में सबसे पहले डेंगू का मामला बिलासपुर शहर के डियारा सैक्टर में गत 28 मई को सामने आया था और इसके बाद बिलासपुर शहर के कई वार्डों में डेंगू ने अपने पैर पसार लिए। बिलासपुर में डेंगू बेंगलुरु से आया था। बंगलुरू में पढऩे वाली एक युवती को वहां पर डेंगू हुआ था। मौजूदा समय तक जिला में डेंगू के करीब 1997 मामले सामने आ चुके हैं।

22 जून को डियारा सैक्टर व अन्य वार्डों में शुरू की थी फॉगिंग
बिलासपुर शहर में बढ़ते डेंगू के डंक से हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू की रोकथाम के लिए 22 जून को शहर के डियारा सैक्टर व अन्य वार्डों में फॉगिंग करना शुरू किया था तथा 25 जून को स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को जागरूक करने व उनके द्वारा अपने घरों में पानी से भरी गई टंकियों व अन्य बर्तनों को साफ करने के लिए 70 सदस्यों की 9 टीमें गठित कीं। इसके बाद 27 जून को टांडा मैडीकल कालेज की एक टीम ने बिलासपुर का दौरा कर लोगों के ब्लड सैंपल एकत्रित किए थे। 3 जुलाई को प्रदेश सरकार ने डेंगू के बढ़ते डंक को रोकने के लिए शिमला से विशेषज्ञों की एक टीम भेजी थी बावजूद इसके डेंगू का डंक कम नहीं हुआ। हालांकि प्रदेश सरकार ने डेंगू पीड़ितों को मुफ्त दवाई और डेंगू के टैस्ट की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध करवा रखी है।

बिलासपुर में पाया गया था प्रथम चरण का डेंगू
डेंगू का डंक बढऩे पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने पुड्डुचेरी व दिल्ली से विशेषज्ञ चिकित्सकों को बिलासपुर भेजा। इन विशेषज्ञ चिकित्सकों ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों से भी बातचीत की तथा कुछ मच्छरों को पकड़कर यह जानने के लिए ले गए कि यहां पर कौन सा डेंगू मौजूद है। बिलासपुर में प्रथम चरण का डेंगू पाया गया था। डेंगू ने बिलासपुर शहर को छोड़कर 21 जुलाई को घुमारवीं में भी अपने पांव पसार लिए थे। वहीं नोडल अधिकारी डा. प्रविंद्र सिंह के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग डेंगू की रोकथाम के लिए सभी प्रयास कर रहा है तथा फॉङ्क्षगग के साथ ही लोगों के घरों का निरीक्षण कर लोगों द्वारा एकत्रित किए गए साफ पानी के बर्तनों को खाली करवा रहा है। 

हर वार्ड में जारी रखी जाएगी फॉगिंग
उधर, इस बारे में नगर परिषद अध्यक्षा सोमा देवी का कहना है कि अगले वर्ष डेंगू का प्रकोप इस वर्ष की तरह बेकाबू न हो इसके लिए नगर परिषद वार्ड स्तर पर फॉगिंग निरंतर जारी रखी जाएगी तथा नगर परिषद अपने स्तर पर फॉगिंग मशीनें खरीदने की योजना बना रहा है ताकि हर पार्षद नियमित रूप से फॉगिंग करवा सके।


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Vijay

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