RBI-केंद्र सरकार के बीच टला टकराव, गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे के आसार नहीं: सूत्र

punjabkesari.in Thursday, Nov 15, 2018 - 01:58 PM (IST)

नई दिल्ली: RBI-केंद्र सरकार के बीच चल रहा सबसे बड़ा विवाद अब हल हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों पक्ष मतभेद के दो अहम मुद्दों - लिक्विडिटी तथा क्रेडिट मामले पर हल तलाश करने के करीब पहुंच चुके हैं। जानकारी के अनुसार, बोर्ड बैठक के दौरान RBI गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफा दे देने की संभावना नहीं है। इसके साथ ही धारा-7 के भी इस्तेमाल करने के आसार नहीं है। गौरतलब है कि ऐसी अटकलें पिछले कुछ दिनों से मीडिया में चल रही हैं।  
PunjabKesari
क्या है पूरा मामला 
आपको बता दें कि कुछ हफ्ते से केंद्र सरकार की ओर से आरबीआई पर कर्ज के मामलों में नियमों में ढील और अतिरिक्त पैसा सरकार को सौंपने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। वहीं, कांग्रेस का आरोप है कि सरकार केंद्रीय बैंक का 1 लाख करोड़ रुपया जो रिजर्व रखा है, उसको पाना चाहती है, क्योंकि वह वित्तीय घाटे को पूरा कर इसका चुनाव में इस्तेमाल कर सके। कांग्रेस का आरोप है कि नरेंद्र मोदी सरकार नोटबंदी की ‘त्रासदी' पर पर्दा डालने और चुनावी मौसम में रेवड़ियां बांटने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का खजाना लूटने को उतारू है।
PunjabKesari
नाकामियों को छिपा रही है सरकार 
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी का कहना है कि मोदी सरकार आगामी विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनाव में अपनी हार सुनिश्चित देखकर चुनाव से पहले अनैतिक ढंग से रेवड़ियां बांटने की कोशिश में है। इसलिए चुनावी मौसम में फायदा हासिल करने और अपने पूंजीपति मित्रों से प्यार की वजह से आरबीआई के खजाने को लूटने पर उतारू है। सिंघवी ने दावा किया कि अपनी नाकामियां छिपाने के लिए भी सरकार यह सब कर रही है और इसके लिए वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के जरिए गलत सूचना का प्रसार कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में आरक्षित नकदी दर (सीआरआर) छह फीसदी है, लेकिन मोदी सरकार से इसे भी कम करना चाह रही है, ताकि वह रिजर्व बैंक से पैसे ले सके।
PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Isha

Recommended News

Related News