जानें, सुखबीर बादल और मजीठिया में क्यों आई दूरियां ! (Watch Video)

punjabkesari.in Wednesday, Nov 14, 2018 - 05:14 PM (IST)

अमृतसर: सुखबीर बादल के साथ ज्यादातर समय दिखाई देने वाले बिक्रम सिंह मजीठिया आज कल नजर आने कम हो गए हैं। इसकी ताजा मिसाल एस.जी.पी.सी. प्रधान की चुनाव प्रक्रिया में देखने को मिली। अकाली दल के प्रधान होने के कारण सुखबीर बादल तो मुख्य भूमिका में रहे लेकिन साला साहिब कहीं दिखाई नहीं दिए। एस.जी.पी.सी. प्रधान के चयन से एक दिन पहले अमृतसर में एस.जी.पी.सी. मैंबरों की बैठक हुई। 
PunjabKesari
सुखबीर बादल के साथ अक्सर ही नजर आने वाले मजीठिया बैठक से नदारद रहे। सूत्रों के मुताबिक सुखबीर बादल अमृतसर के ही एक होटल में रुके थे। कई बड़े नेताओं के साथ तो सुखबीर बादल का संपर्क रहा लेकिन मजीठिया इस दिन पता नहीं कहां रहे। कई नेताओं और सुखबीर बादल में बातचीत मनजिंदर सिंह सिरसा की मदद से हुई। मंगलवार को प्रधान का चुनाव हुआ। माझे में हुई बड़ी पंथक चुनाव प्रक्रिया में ही माझे का जरनैल कहलाने वाले मजीठिया का कोई अता-पता नहीं था। शायद किसी बड़े के इशारे पर मजीठिया ने पूरी प्रक्रिया से दूरी बनाई हुई थी।
PunjabKesari
कुछ समय पहले चंडीगढ़ में अकाली दल की हुई बैठकों में भी बिक्रम सिंह मजीठिया सुखबीर बादल की कुर्सी से काफी दूर बैठे दिखाई दिए। इसके अलावा 7 अक्तूबर की पटियाला रैली को कौन भूल सकता है। इस रैली में कुर्सियों पर सुखबीर बादल के साथ अन्य सीनियर नेता बैठे, जबकि स्टेज पर नीचे ही बिक्रम मजीठिया छोटे नेताओं के साथ बैठे थे। इस सियासी घटनाक्रम को टकसालियों के विरोध का नतीजा भी बताया जा रहा है। दरअसल टकसाली नेता सुखबीर बादल और मजीठिया की मनमानियों से खफा थे। टकसालियों ने यह नाराजगी कई बार मीडिया के सामने भी रखी। शायद सुखबीर बादल के दिल को टकसालियों का विरोध कहीं न कहीं जायज लग रहा है, और यही कारण हो सकता है कि सुखबीर बादल अब सार्वजनिक तौर पर मजीठिया से दूरी बना रहेहैं। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vatika

Recommended News

Related News