8-10 हलकों में मेरा सीधा रसूख, हाईकमान कहे तो लोकसभा चुनाव को तैयार: राकेश

punjabkesari.in Wednesday, Nov 14, 2018 - 10:22 AM (IST)

ऊना: कांग्रेस की अग्रणी पंक्ति में शुमार वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक राकेश कालिया दो बार चिन्तपूर्णी और एक बार गगरेट से विधायक चुने गए लेकिन चौथा चुनाव हार गए। राकेश कालिया यूं तो होटल व्यवसायी हैं लेकिन शौक की राजनीति की बदौलत वह लम्बी राजनीतिक पारी भी खेल चुके हैं। राकेश कालिया प्रदेश में एक दबंग नेता की छवि के रूप में जाने जाते हैं। उनके ऐसे कई किस्से प्रदेश भर  में खासे चर्चित भी रहे हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राहुल गांधी से भी राकेश कालिया की निकटता किसी से छिपी नहीं है। राकेश कालिया की हमारे प्रतिनिधि राजेश परमार की विभिन्न मुद्दों पर खुल कर बातचीत हुई। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश।

तीन बार लगातार विधायक रहे, फिर हारे कहां चूक हो गई
काम के प्रति जनता की आकांक्षाएं हमेशा बढ़ती हैं। चुनाव के दौरान भाजपाइयों ने जनता को कई झूठे सपने दिखाए, यही नहीं सोशल मीडिया में मेरी गिरफ्तारी की झूठी खबरें भी उछाली गईं। अब जनता भाजपा के प्रोपेगंडा को समझ चुकी है।

विगत माह अचानक पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह आपके निवास पर पहुंच गए। क्या कोई मनमुटाव दूर किया या आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कोई अंदरखाते गुप्त रणनीति तैयार हुई?
मनमुटाव जैसी कोई बात नहीं थी। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मुझ से बहुत स्नेह करते हैं। शायद उन्हें मेरी हार से आघात लगा था। हो सकता है की वह वास्तविकता जानने और जनता की नब्ज टटोलने आए हों।

मौजूदा स्थानीय भाजपा विधायक बारे क्या कहते हैं आप?
विधायक महोदय विकास नहीं शगुन बांटने में ही व्यस्त हैं। विकास उनके लिए कोई एजैंडा नहीं है। गगरेट की जनता ने शगुन चुना है विकास नहीं।

आजकल हर उद्घाटन और शिलान्यास को स्थानीय  कांग्रेसी पूर्व कांग्रेस सरकार  की देन  बता रहे हैं, हकीकत क्या?
आजकल जो भी कार्यक्रम क्षेत्र में हो रहे हैं, ये सब कार्य कांग्रेस कार्यकाल में स्वीकृत हुए हैं। एक कार्य के प्रोसैस को पूरा करने में एक-डेढ़ साल लगता है। प्रयास करने पड़ते हैं। ऐसे कार्यों के बजट या तैयार ये सब रातों-रात नहीं हो गया।

कांग्रेस को नई दिशा दे रहे दिग्गज
जब पूर्व विधायक राकेश कालिया से पूछा गया कि आपको कांग्रेस के एक बड़े चेहरे के तौर पर देखा जाता है, कहीं  लोकसभा चुनाव लडऩे का इरादा तो नहीं बना रहे? हंस कर बात टालते हुए राकेश कालिया ने कहा कि नहीं अभी ऐसा कुछ नहीं है। वैसे भी मैं ऊना-कांगड़ा जिलों की सीमा पर रहता हूं जिसके चलते दोनों जिलों के 8-10 हलकों में मेरा सीधा रसूख है। जब उनसे पूछा गया कि अगर आपको टिकट मिल गया तो?कालिया ने कहा कि अगर पार्टी हाईकमान ऐसा कोई आदेश करेगी तो मैं सहर्ष स्वीकार करूंगा। राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए जो भी करना पड़े करूंगा। वीरभद्र सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस को मिल कर एक नई दिशा  दे रहे हैं। नि:संदेह आने वाले कल में कांग्रेस का उज्ज्वल भविष्य होगा। 

कोठियां बदलने के बयानों पर कहा-भाजपा ने की शुरूआत 
आजकल गगरेट कांग्रेस और गगरेट भाजपा विकास की बजाय कोठियों की कीमतों और कोठियां बदलने की बयानबाजी करके कैसी राजनीति कर रहे हैं? प्रश्न पर पूर्व विधायक ने कहा कि ऐसी बयानबाजी की शुरूआत भाजपा ने की है। गगरेट के विधायक शनिदेव मंदिर में बैठ कर अपनी राजनीति कर रहे हैं। अब उन्हें लगता है कि शायद विधायक बनने से राकेश कालिया की कोठी और कार्यालय भी उन्हें मिल जाना चाहिए। मेरा सुझाव है कि विधायक शनिदेव के मंदिर में न बैठ कर अपना कार्यालय तैयार करके वहां बैठ कर जनता की सेवा करें।


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Ekta

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