दुबई निवासी अभिनव ने अमृतसर एयरपोर्ट के डी.आर.आई. अधिकारियों पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप

punjabkesari.in Wednesday, Nov 14, 2018 - 08:49 AM (IST)

अमृतसर (नीरज): श्री गुरु रामदास इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर डी.आर.आई.की तरफ से दुबई जा रहे 2 यात्रियों से 2 हजार डॉलर का सीजर किए जाने के मामले में दुबई निवासी एन.आर.आई. अभिनव बांसल ने डी.आर.आई. की जांच टीम के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। 

अभिनव ने पंजाब केसरी को भेजी अपनी स्टेटमैंट में बताया है कि वह शुक्रवार की रात को अमृतसर से दुबई जा रहा था उसके पास अपनी सैलरी के 12 हजार डॉलर थे तभी डी.आर.आई. के सुपरिंटैंडैंट रैंक के अधिकारी ने उनको रोक लिया। बताने के बावजूद सुपरिंटैंडैंट ने उनको नहीं छोड़ा और 8 घंटे तक पूछताछ करता रहा। शनिवार सुबह 9 बजे गैरकानूनी ढंग से डॉलर ले जाने का सीजर बना दिया। इसके बाद भी दोपहर 2 बजे तक डी.आर.आई. के दफ्तर में बिठाए रखा और उसका मोबाइल व लैपटॉप तक जब्त कर लिया। विभाग के अधिकारी ऐसे पेश आ रहे थे मानो किसी स्मगलर के साथ पेश आ रहे हों। 

अभिनव बांसल ने आरोप लगाया कि डी.आर.आई. के अधिकारी उसको छोडऩे की एवज में आधे डॉलर देने के लिए दबाव बना रहे थे लेकिन उनको बताया कि यह डॉलर उसकी सैलरी के हैं न कि अवैध। अभिनव बांसल ने बताया कि इसके बाद डी.आर.आई. के अधिकारियों ने 12 नवम्बर को उनको अपने दफ्तर में बुलाया जहां वह दोपहर 1 बजे पहुंच गए लेकिन अधिकारियों ने उनको गलत स्टेटमैंट देने के लिए दबाव बनाया और रात 9 बजे तक बिठाए रखा, जिसके बाद खुद को सुरक्षित न समझता देख उन्होंने पुलिस सहायता नंबर 100 पर फोन किया। जब पुलिस की टीम डी.आर.आई. के दफ्तर में आई तो डी.आर.आई. के अधिकारियों ने उसको छोड़ दिया।

दूसरी तरफ डी.आर.आई. के अधिकारियों ने बताया कि अभिनव बांसल व उसका साथी अमृतसर से दुबई जाने वाली फ्लाइट में लगभग 2 हजार डॉलर की करंसी गैरकानूनी ढंग से दुबई ले जा रहे थे। डी.आर.आई. की टीम ने दोनों यात्रियों को तब पकड़ा जब वे कस्टम एरिया भी क्रॉस कर गए थे जबकि उनको कस्टम एरिया में अपनी डॉलर करंसी डिक्लेयर करनी चाहिए थी। इसकी सी.सी.टी.वी. फुटेज भी विभाग के पास है।

नियमानुसार यदि किसी यात्री के पास विदेशी करंसी है तो उसको कस्टम काऊंटर पर डिक्लेयर किए बिना कोई भी यात्री 2 हजार डॉलर की करंसी विदेश में नहीं ले जा सकता है। इसके बाद विभाग ने सम्मन देकर अभिनव बांसल को डी.आर.आई. दफ्तर में बुलाया जहां वह 1 बजे पहुंचा। अभिनव व उसके साथी ने विभाग के सरकारी काम में विघ्न पैदा किया और स्टेटमैंट देने से भी मना किया जिसे देखते हुए दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस में एफ.आई.आर. दर्ज करने के लिए लिखित शिकायत दे दी गई है। डी.आर.आई. अधिकारियों ने बताया कि वह नियमानुसार अपना काम कर रहे थे और पुख्ता सूचना के आधार पर दोनों यात्रियों को उस समय रोका था जब वे कस्टम एरिया क्रास कर चुके थे यदि उनके पास जायज करंसी थी तो उनको कस्टम विभाग के आगे डिक्लेयर करनी चाहिए थी।

एस.जी.आर.डी. एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों पर नए नहीं हैं भ्रष्टाचार के आरोप

श्री गुरु रामदास इंटरनैशल एयरपोर्ट पर हालांकि डी.आर.आई. की टीम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने का यह मामला पहली बार सामने आया है लेकिन आमतौर पर कस्टम विभाग के अधिकारियों के लिए भ्रष्टाचार के आरोप कोई नए नहीं हैं। श्री गुरु रामदास इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारी खुद सोने की स्मगलिंग करते हुए रंगे हाथों पकड़े जा चुके हैं। कस्टम विभाग के डॉग हैंडलर पॉल को खुद डी.आर.आई. की टीम ने सोने की खेप के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया था जिसके बाद उसको नौकरी से डिसमिस कर दिया गया। इसके बाद विभाग के एक सुपरिंटैंडैंट को खुद कस्टम विभाग के डिप्टी कमिश्नर ने सोने की खेप के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया था जबकि सुपरिंटैंडैंट एयरपोर्ट पर तैनात सभी सुरक्षा एजैंसियों को चकमा देते हुए सोने की खेप को एयरपोर्ट से बाहर ले गया था और कार में रखकर खिसकने के चक्कर में था।

दुबई से अमृतसर आई एक फ्लाइट के अंदर से यात्री की सीट के नीचे से डी.आर.आई. की टीम की तरफ से 15 किलो सोना पकड़ा गया लेकिन इस मामले में अभी तक मुख्य आरोपी तरनजीत सिंह उर्फ राजू के अन्य साथियों को ट्रेस नहीं किया गया है जबकि 15 किलो सोने की खेप को तरनजीत सिंह उर्फ राजू अकेले एयरपोर्ट से बाहर नहीं ले जा सकता था। इसी प्रकार से श्री गुरु रामदास इंटरनैशल एयरपोर्ट के कार्गो पर डी.आर.आई. की टीम की तरफ से पानी की टूटियों के अंदर से सोने की खेप को पकड़ा गया जिसमें एक नौजवान लड़के पर ही केस की सारी जिम्मेदारी डाल दी गई और उसके किसी अन्य साथी को गिरफ्तार नहीं किया गया। एक नौजवान लड़का करोड़ों रुपयों के सोने की खेप को अकेला नहीं ले जा सकता था और न ही खरीद सकता था आरोपी लड़का वैसे भी एक गरीब घर का था।

हैरोइन की खेप के साथ गिरफ्तार किया गया था कस्टम सुपरिंटैंडैंट

सोने की स्मगलिंग ही नहीं बल्कि कुछ कस्टम अधिकारियों पर तो देशद्रोह तक के केस चल रहे हैं। इंटरनैशनल अटारी रेलवे स्टेशन परतैनात कस्टम विभाग के सुपरिंटैंडैंट गुरदेव सिंह पट्टी को 10 किलो हैरोइन की खेप के साथ जालंधर देहाती पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। पट्टी पाकिस्तान से आने वाली समझौता एक्सप्रैस के जरिए हैरोइन की खेप मंगवाता था और लालच में खुद ही हैरोइन की खेप को अपनी गाड़ी में डिलीवर करने चला गया। इस केस के बाद पुलिस ने अटारी रेलवे स्टेशन पर पट्टी के सरकारी कमरे से भी एक किलो हैरोइन व अन्य आपत्तिजनक सामान जब्त किया था।  


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