रिलीज होने से पहले फिल्म ''केदारनाथ'' पर छाए संकट के बादल, भाजपा नेता पहुंचे सेंसर बोर्ड

punjabkesari.in Tuesday, Nov 13, 2018 - 01:07 PM (IST)

देहरादूनः उत्तराखंड के केदरानाथ धाम में साल 2013 की आपदा को लेकर बनी फिल्म 'केदारनाथ' रिलीज होने से पहले ही विवादों में घिर चुकी है। इसके साथ ही फिल्म को लेकर केदारघाटी में बवाल शुरू हो गया है। 
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यह फिल्म लव जेहाद को दे रही बढ़ावा 
जानकारी के अनुसार, 'केदारनाथ' फिल्म को लेकर मंदिर समिति और तीर्थ-पुरोहितों के साथ-साथ भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने भी फिल्म के कई दृश्यों पर आपत्ति दर्ज करवाई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह फिल्म ना केवल लव जिहाद को बढ़ावा दे रही है बल्कि इस फिल्म में कई आपत्तिजनक दृश्य भी है, जिन्हें किसी भी कीमत में चलने नहीं दिया जाएगा। 
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केदारनाथ की धार्मिक महत्ता को पहुंचाया जा रहा नुकसान 
वहीं फिल्म का टीजर जारी होने के बाद उत्तराखंड में बवाल मचना शुरू हो गया है। फिल्म का नाम केदारनाथ रखा गया है और फिल्म की शूटिंग भी केदारघाटी में ही हुई है  लेकिन टीजर में टैग लाइन दी है- प्यार एक तीर्थ यात्रा। इसे लेकर केदार घाटी के लोग काफी गुस्से में दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को पत्र लिखकर अपनी आपत्ति जताई है। पत्र में साफ कहा कि इससे केदारनाथ की धार्मिक महत्ता को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। क्या केदारनाथ के लोग प्रेम-प्रसंग के लिए आते है। एक तरफ दृश्य में केदारनाथ की आपदा दिखाई जा रही है, वहीं दूसरी तरफ प्रेम-प्रसंग के दृश्य मौजूद है, इसलिए इस फिल्म को प्रतिबंधित कर दिए जाए। 
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इस प्रकार की फिल्में बनाकर भक्तों की आस्था के साथ किया जा रहा खिलवाड़ 
वहीं टीजर में दिखाए गए दृश्यों पर तीर्थ-पुरोहित समाज और स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक भगवान केदारनाथ की आस्था के साथ फिल्म निर्माता ने खिलवाड़ किया है। फिल्म को धर्म से जोड़कर दिखाया गया है, जबकि ऐसे दृश्य दिखाए गए हैं जो श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि आपदा के समय हजारों लोग बेघर हो गए थे, जबकि हजारों लोग काल के ग्रास में समा गए थे। आज भी आपदा के जख्म ताजे हैं और अब इस प्रकार की फिल्में बनाकर भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। 
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फिल्म के टीजर को देखकर स्थानीय लोगों ने जताई आपत्ति 
केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि फिल्म में इस प्रकार के दृश्य नहीं होने चाहिए। उन्होंने कहा कि फिल्म के टीजर को देखकर भारी दुख हो रहा है। केदारनाथ धाम करोड़ों हिंदुओं की आस्था के प्रतीक हैं। प्रत्येक वर्ष यहां यात्री बाबा केदार के दर्शन करने के लिए आते हैं, ना कि प्रेम लीला रचाने के लिए। यदि बाबा केदार की महिमा पर इस प्रकार की फिल्म को दर्शाया जाएगा तो इसका पुरजोर विरोध होगा। वहीं कांग्रेस ने भी इस बारे में कहा कि केदारनाथ हमारी धार्मिक भावनाओं का केंद्र है और केदारनाथ आपदा को पूरी देश दुनिया ने देखा है। ऐसे में फिल्म में कुछ भी ऐसा नहीं आना चाहिए, जिससे किसी की भी भावनाएं आहत हो। 


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Nitika

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