सुरेश सहगल की तलाश में पंचकूला में छापेमारी

punjabkesari.in Tuesday, Nov 13, 2018 - 11:21 AM (IST)

जालंधर (खुराना): स्थानीय फगवाड़ा गेट में हो रहे अवैध निर्माण को रुकवाने गए बिल्डिंग इंस्पैक्टर को पूर्व मेयर सुरेश सहगल व अन्यों द्वारा पीटे जाने की घटना को करीब 2 सप्ताह हो चुके हैं । इस मामले में पूर्व मेयर पर एफ.आई.आर. भी दर्ज है।  स्थानीय अदालत पूर्व मेयर सुरेश सहगल की जमानत याचिका को भी खारिज कर चुकी है। हाईकोर्ट ने अभी तक उन्हें रिलीफ नहीं दी है। ऐसे में जालंधर पुलिस ने पूर्व मेयर सहगल की तलाश में छापेमारी का सिलसिला तेज कर दिया है क्योंकि नगर निगम के सभी कर्मचारी इस कांड के विरोध में हड़ताल पर चल रहे हैं।

शहर के विकास को प्रभावित होता देख अब कांग्रेसी नेताओं ने भी पूर्व मेयर की गिरफ्तारी बाबत दबाव पुलिस पर बनाना शुरू कर दिया है।पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूर्व मेयर सहगल की तलाश में कई जगह छापे मारे जा चुके हैं और गत दिवस पुलिस उन्हें ढूंढने उनकी बहन-जीजा के घर पंचकूला तक होकर आई है परन्तु श्री सहगल का कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है। वह किसी से फोन पर सम्पर्क में भी नहीं हैं। आज भी निगम कमिश्नर ने पुलिस कमिश्रर से इस बाबत बात की।

डिप्टी मेयर ने हड़ताल खुलवाने हेतु किया प्रयास
डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी ने आज पिछले 2 सप्ताह से नगर निगम में चल रही हड़ताल को खुलवाने का प्रयास किया, जिसके बाद हड़ताली कर्मचारियों के प्रतिनिधियों की एक बैठक मेयर जगदीश राजा, कमिश्रर विशेष सारंगल व डिप्टी मेयर बंटी के साथ हुई। बैठक दौरान सभी मुद्दों पर खुल कर विचार किया गया। निगम अधिकारियों को बताया गया कि पिटाई कांड के 2 आरोपी जेल में हैं, पूर्व मेयर विरुद्ध दो गैर-जमानती धाराएं एफ.आई.आर. में जोड़ी जा चुकी हैं और निगम की ओर से अलग पर्चा भी दर्ज हो चुका है।

पुलिस सुरेश सहगल की तलाश में जगह-जगह छापेमारी भी कर रही है परन्तु उनका पूरा परिवार भूमिगत हो चुका है। ऐसे में ज्यादातर मांगें मानी जा चुकी हैं इसलिए हड़ताल खत्म कर देनी चाहिए। निगमाधिकारियों का तर्क था कि उन्होंने मंगलवार को पंजाब के बाकी निगमों के प्रतिनिधि जालंधर बुला रखे हैं। उनसे बैठक के बाद अगला फैसला लिया जाएगा। इसलिए निगम प्रशासन और हड़ताली अधिकारियों के बीच बातचीत एक दिन के लिए टाल दी गई है।


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swetha

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