एड्स से ग्रसित जोड़े की शादी के बाद बच्चा नहीं होगा एड्स ग्रसित

punjabkesari.in Saturday, Nov 10, 2018 - 10:02 PM (IST)

पानीपत(अनिल कुमार): एड्स से पीड़ित युवक और युवतियों को के जीवन के प्रति जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग एड्स से ग्रषित युवक युवतियों की काउंसलिंग करवाकर उनकी शादी के लिए एक बिचोलिये का किरदार निभा रहा है। जिले में लगभग 1000 के करीब एड्स से ग्रषित महिला और पुरुष हैं, जिसमें 350 के लगभग महिलाएं और युवतियां हैं और 630 के लगभग पुरुष हैं। स्वास्थ्य विभाग अपने बिचौलिए के किरदार निभाने में सफल भी हुआ है अब तक विभाग जिले में 2 एड्स से ग्रषित जोड़ो की शादी भी करवाने में सफल रहा है।

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पानीपत जिले के सामान्य हस्पताल के डिप्टी सिविल सर्जन ने जानकारी बताया देते हुए बताया कि जो हस्पताल में इलाज के लिए एड्स से ग्रषित अविवाहित युवक व युवती आते है उनकी काउंसलिंग की जाती है। जो युवक व युवती शादी करने की इच्छुक होते हैं उनके परिवारों को आपस में मिलाकर आपस में शादी करके एक वैवाहिक जीवन व्यतीत करवाने का कार्य स्वास्थ्य विभाग करता है।

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शादी के बाद युवती के गर्भ धारण के बाद स्पेशल दवाइयां दी जाती हैं और बच्चेे को जन्म देने तक यह दवाइयां दी जाती हैं। बच्चे के पैैदा होने के तुरंत बाद 72 घंटे के अंदर नवेपाप्रिन नामक दवाई बच्चे को डेढ़ महीने तक दी जाती है। जिससे बच्चा बिल्कुल सामान्य हो जाता है। इस के लिए शादी शुदा जोड़े को सामान्य अस्पताल में ही डिलीवरी करने की सलाह दी जाती है।


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Shivam

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